रांची/धनबाद : पड़ोसी राज्य झारखंड के धनबाद में एक सनसनीखेज घटना सामने आई। वहां मॉर्निंग वॉक पर निकले धनबाद के जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद की हत्या कर दिये जाने की खबर है। जिला जज की मौत को दुर्घटना की शक्ल देने की कोशिश की गई लेकिन सीसीटीवी फूटेज और न्यायिक अफसरों तथा सुप्रीम कोर्ट में मामला उठने के बाद हत्या के ऐंगल से जांच शुरू की गई है। घटना कल बुधवार की सुबह धनबाद के रणधीर वर्मा चौक की है जहां एक ऑटो ने जिला जज को कुचल दिया। जज की मौत का जो सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, उससे काफी हद तक यह स्पष्ट हुआ है कि ऑटो ने टक्कर जानबूझकर मारी थी।
हाईप्रोफाइल केसों की सुनवाई कर रहे थे जस्टिस आनंद
पुलिस की लापरवाही और साक्ष्यों के किसी गहरी साजिश का इशारा देख जज की मौत के बाद पूरे झारखंड की ज्यूडिशियरी में बवाल मच गया। मामला सुप्रीम कोर्ट में भी उठा क्योंकि जिला जज पूर्व विधायक के करीबी रंजय हत्याकांड, यूपी के माफिया डॉन समेत कई हाईप्रोफाइल लोगों के मामलों की सुनवाई कर रहे थे। मृतक जज पूर्व विधायक संजीव सिंंह के करीबी रंजय हत्याकांड के मामले में सुनवाई कर रहे थे। इसके अलावा अभी तीन दिन पहले ही जज आनंद ने उत्तर प्रदेश के इनामी शूटर अभिनव सिंह और होटवार जेल में बंद अमन सिंह से ताल्लुक रखने वाले शूटर रवि ठाकुर व आनंद वर्मा की जमानत का आवेदन खारिज किया था। इधर जज के परिजनों व उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे अन्य न्यायधीशों ने डीआईजी से कहा कि यह कोई दुर्घटना नहीं, बल्कि हत्या है।
कैसे हुई घटना, क्या है पूरा मामला
धनबाद के जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद बुधवार सुबह मॉर्निंग वॉक के लिए निकले थे, तभी रणधीर वर्मा चौक के नज़दीक एक ऑटो ने उन्हें टक्कर मार दी। जज की तत्काल मौत हो गई। सीसीटीवी में साफ दिखा कि टेम्पोनुमा ऑटो अचानक सड़क किनारे वॉक कर रहे जज को टक्कर मारकर फरार हो गया। इसके बाद हंगामा मचा और पुलिस ने जांच की तो उसकी दुर्घटना वाली थ्योरी गलत निकली। जांच में सामने आया कि जज की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई हत्या में इस्तेमाल किया गया ऑटो चोरी का था। फिलहाल पुलिस कड़ियां जोड़ने और कथित तौर पर धनबाद के दबंगों से पूछताछ करने की तैयारी कर रही है।