पटना: बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा से पूर्व वीआरएस (VRS) ले लिया है। राज्य सरकार ने गुप्तेश्वर पांडेय के VRS को स्वीकार कर लिया है।
वीआरएस लेने के बाद इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि वे अब राजनीतिक पारी शुरु कर सकते हैं। गुप्तेश्वर पांडेय के बारे में यह कहा जा रहा है कि वे एनडीए प्रत्याशी के रुप में बिहार विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं। 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी गुप्तेश्वर पांडेय का कार्यकाल पांच महीने बाद समाप्त होने वाला था।
बता दें कि गुप्तेश्वर पांडेय के बारे में 2019 के आम चुनाव से पूर्व ही राजनीति में जाने की चर्चा हो रही थी। लेकिन, किसी कारणवश वे कहीं से उम्मीदवार के रूप में फिट नहीं हो रहे थे। इस कारण उन्हें राजनीति में आने के लिए इंतजार करना पड़ा। लेकिन, अब राजनीतिक दलों से सहमति मिलने व सीट कन्फर्म होने के बाद उन्होंने वीआरएस लेने का फैसला लिया।
मालूम हो कि कुछ दिनों पूर्व ही वे बक्सर दौरे पर थे, जहां उन्होनें जदयू के जिलाध्यक्ष समेत कुछ और नेताओं से भेंट की थी। पूर्व डीजीपी के बारे में बताया जाता है कि वे बक्सर या आरा के किसी सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। शाहपुर सीट से चुनाव लड़ने की चर्चा तेज है।
गुप्तेश्वर पांडेय के जगह संजीव कुमार सिंघल को बिहार डीजीपी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।