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भक्तों ने चढ़ा दिया 200 किलो आम रस, इस मंदिर के भगवान पड़ गए बीमार…चल रहा इलाज

भारत में एक मंदिर ऐसा है जिसमें स्थापित भगवान बीमार पड़ गए हैं। कल पूर्णिमा के दिन भक्तों ने दिनभर में करीब 200 किलो आम का रस भगवान पर चढ़ा दिया। नतीजतन वे बीमार पड़ गए और अब एक वैद्यजी बजाप्ता रोज मंदिर आकर उनका इलाज कर रहे हैं। मंदिर को भी आज से अगले 15 दिनों तक भक्तों के लिए बंद कर दिया गया है क्योंकि भगवान अब स्वास्थ्य लाभ करेंगे। यह खबर पढ़ने में आपको आश्चर्य हो रहा होगा लेकिन राजस्थान के कोटा में ऐसा ही हुआ है।

मंदिर 15 दिनों के लिए बंद, वैद्यजी कर रहे इलाज

बताया जाता है कि कोटा के रामपुरा इलाके में स्थित 350 साल पुराने जगन्नाथ मंदिर में भगवान बीमार हो गए हैं। इस मंदिर को उस समय के रियासत के राजा ने पुरी जगन्नाथ मंदिर की तर्ज पर बनवाया था। तभी से इस मंदिर में कई ऐसी परंपराएं कायम हैं जो आज भी उसी तरह निभाई जाती हैं। इन्हीं में से भगवान का बीमार पड़ना और आराम करना भी है। कल पूर्णिमा के बाद अब भगवान बीमार पड़ गए हैं और वैद्यजी हर रोज मंदिर आकर उनका इलाज कर रहे हैं। भगवान की तबीयत खराब रहने के कारण मंदिर में किसी भी प्रकार के शोर-शराबे पर पूर्णतया प्रतिबंध लगा दिया गया है। मंदिर की घंटियों और सभी दरवाजों व खिड़कियों को भी बांधकर रखा गया है।

350 वर्ष पुराने मंदिर की जारी है परंपरा

कहा जाता है कि उस समय के राजा कोटा से एक बार पुरी गए। वहां उन्हें भगवान जगन्नाथ की भक्ति का आशीर्वाद मिला। इसके बाद राजा वहीं से भगवान की एक प्रतिमा लेकर कोटा आए और इस मंदिर का निर्माण कर उसे वहां स्थापित किया। तभी से इस मंदिर में यह परंपरा निभाई जाती है। यहां भगवान के साथ हर वह रस्म निभाई जाती है जो आम इंसान के जीवन से जुड़ा होता है। इसमें गर्मी में पंखा झलना, मौसमी फल व विभिन्न पकवानों का भोग, दैनिक स्नान, श्रृंगार आदि के अलावा बीमार पड़ना और फिर बजाप्ता इलाज करवाने की रस्में शामिल हैं।