नयी दिल्ली : सोमवार तड़के तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप से दोनों देशों के कई शहरों में भारी तबाही हुई है। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 7.8 मापी गई और इससे अब तक 750 से अधिक लोगों के मारे जाने की खबर है। मौत का आंकड़ा काफी बढ़ सकता है क्योंकि दोनों देशों के करीब ढाई दर्जन शहरों में हजारों लोग मलबे में दबे पड़े हैं। जानकारी मिली है कि आज तड़के सवा चार बजे एक के बाद एक भूकंप के दो शक्तिशाली झटके महसूस किए गए। इधर भूकंप और इससे मची भारी तबाही के बाद तुर्की की सरकार ने देश में आपातकाल लगाने की घोषणा कर दी है।
7.8 रही तीव्रता, 1 मिनट तक डोली धरती
बताया गया कि सुबह करीब 4.17 बजे आया भूकंप करीब 1 मिनट तक जारी रहा। उस वक्त लोग अपने घरों में सो रहे थे। इसी से मौत का आंकड़ा काफी बढ़ने की बात कही जा रही है।भूंकप के झटके साइप्रस और मिस्र तक महसूस किए गए। तुर्की के कई प्रमुख शहरोंं में खोज और बचाव कार्य जारी है। भूकंप का केंद्र तुर्की के 26 किलोमीटर दूर गजिएनटेप शहर के पूर्व में नूरदा के पास केंद्रित था। इस इलाक़े की आबादी क़रीब 20 लाख है जिसमें पांच लाख सीरियाई शराणार्थी हैं और यह सीरिया और तुर्की की सीमा पर स्थित।
तुर्की दुनिया के सबसे सक्रिय भूकंप क्षेत्रों में से एक है। खबर है कि आज जिन शहरों में भूकंप आया है वहां अभी भी रह—रहकर तेज झटके आ रहे हैं। तुर्की में आए अब तक के इस सबसे बड़े भूकंप में 2,300 से अधिक लोग घायल होकर अस्पताल पहुंचाए गए हैं। अभी भी कई शहरों में भारी मलबा पसरा है और इनसे लोगों के चीखने—चिल्लाने की आवाजें आ रही हैं।