नए वैरिएंट के साथ मरीज़ों में भी इजाफा
दिल्ली : कोरोना वायरस जाने का नाम भी नहीं ले रहा है। पहले कोरोना (CORONA), फिर कोरोना का वैरिएंट ओमिक्रोन (Omicron) और अब ओमिक्रोन का सब वैरिएंट BA.2.12.1 (Omicron Sub Variant BA.2.12.1)ने भारतीयों को अपना शिकार बनाया है। भारत में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। बता दें कि पिछले 24 घण्टे में 2,527 नए मामले और 33 मौतें दर्ज की गई है। एक तरफ स्वास्थ्य मंत्रालय (Ministry of Health) ने नए वैरिएंट BA.2.12.1 (New Variants BA.2.12.1)की पुष्टि नहीं की है, वहीं दूसरी तरफ एक्सपर्ट्स के मुताबिक तेज़ी से फैलते संक्रमण के पीछे ओमिक्रोन का नया वैरिएंट ही है।
पाया गया L452Q म्यूटेशन
मनी कण्ट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक वैज्ञानिकों ने बताया कि यह नया वैरिएंट ज्यादा संक्रामक है और ऐसे मरीज़, जो पहले कोरोना संक्रमित हो चुके हैं, उन्हें ज्यादा सावधान रहने की आवश्यकता है। BA.2.12.1 में L452Q नाम का म्यूटेशन पाया गया है, जो कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान डेल्टा वैरिएंट में भी पाया गया था।
दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों का कारण BA.2.12.1 सब-वैरिएंट
इधर, इंडियन SARS-CoV-2 जेनोमिक्स कॉन्सोर्टियम (INSACOG) के सूत्रों के हवाले से मनी कंट्रोल ने बताया कि दिल्ली में अचानक से कोरोना मामलों में बढ़त की वजह BA.2.12.1 सब-वैरिएंट ही है। सैंपल्स की जीनोम सीक्वेंसिंग करने पर बड़ी संख्या में इस वैरिएंट की पुष्टि हुई है, लेकिन अब तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। भारत में जनवरी में आयी तीसरी लहर में 80 प्रतिशत मामले ओमिक्रोन का BA.2 वैरिएंट के ही थे।