पटना : प्रखर समाजवादी नेता डॉ राममनोहर लोहिया के 52 वीं पुण्यतिथि पर राजधानी के बापू सभागार में बिहार महागठबंधन के तरफ से श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया था। इस समारोह में लोकसभा चुनाव के बाद बिखरे महागठबंधन को एकजुट दिखाने का प्रयास किया गया है। कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, रालोसपा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, हम के अध्यक्ष जीतनराम मांझी, वीआइपी के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने मंच साझा किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रालोसपा के मुखिया उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि लोगों तक अमृत पहुँचाने के लिए अगर मुझे विष पीना पड़े तो मैं तैयार हूँ। कुशवाहा ने जलजमाव और डेंगू को लेकर नीतीश सरकार पर हमला करते हुए कहा कि दावा तो बहुत किया गया था। लेकिन, आज परिणाम सबके सामने है। सरकार ने अपने दायित्व का निर्वहन ईमानदारी से नहीं कर रही है
कुछ महीने पहले चमकी बुखार से कितनी मौतें हुईं ,यह सरकार की नाकामी को दिखाता है। बाढ़ व जलजमाव ने तो सरकार के विकास कार्य की पोल खोलकर रख दी है। राजनीतिक कार्यकर्ताओं की हत्याएँ हो रही है। न्यायपालिका के बारे में बोलते हुए कुशवाहा ने कहा कि जज की कुर्सी पर देशभर के 300 से 400 परिवारों का कब्जा है। जज का चयन अब प्रतियोगिता परीक्षा के माध्यम से होनी चाहिए।