देश के पूर्व विदेश सचिव एस जयशंकर राजनीति में गए और विदेश मंत्री बन गए। फिर विजय गोखले ने तत्कालीन विदेश सचिव एस जयशंकर की सेवानिवृत्ति के बाद 28 जनवरी 2018 को 2 वर्ष की तय अवधि के लिए यह पद संभाला था। लेकिन, गोखले का कार्यकाल जनवरी 2020 के आखिर में समाप्त हो रहा है। गोखले के बाद इस पद के तीन दावेदार हैं।
सबसे तगड़े दावेदार अमेरिका में भारत के राजदूत हर्षवर्धन श्रृंगला हैं, उन्हें जयशंकर का करीबी माना जाता है। लेकिन, चर्चा यह है कि वह शायद अमेरिका में रहें क्योंकि वह अमेरिका के साथ अंतरिम मुक्त व्यापार संधि पर चर्चा में शामिल हैं। दूसरे दावेदार हैं संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन, वह सन 1985 बैच के विदेश सेवा अधिकारी हैं। अकबरूद्दीन को अप्रैल 2020 में सेवानिवृत्त होना है। तीसरे दावेदार हैं रुचि घनश्याम जो 1982 बैच की है और उन्हें 2020 में ही सेवानिवृत्त होना है। श्रृंगला जो 1984 बैच के हैं और वे 2022 में रिटायर होंगे।
यदि अकबरुद्दीन को विदेश सचिव बनाया गया तो दो अन्य अधिकारी टीएस त्रिमूर्ति जो आर्थिक मामलों के सचिव हैं और विजय ठाकुर सिंह (सचिव पूर्व) का समायोजन करना होगा क्योंकि दोनों अकबरुद्दीन से वरिष्ठ हैं।