दारू के दलदल में फंसा एक और वर्दीवाला, अररिया में दारोगा गिरफ्तार
अररिया : दारूबंदी का नशा ऐसा है कि न तो शराब पीने वाले इससे डर रहे हैं और न इस कानून को लागू करने वाले। इस कानून की जद में पियक्कड़ों के साथ ही बड़ी संख्या में वर्दी वाले भी जेल की सीखचों के पीछे पहुंच गए हैं। दरभंगा, मुजफ्फरपुर के बाद अब ताजा मामला अररिया का है। यहां शराब लदे वाहन की लूट, अपराधियों से सांठगांठ व रुपये के लेनदेन के मामले में आरएस ओपी में पदस्थापित दारोगा चितरंजन सिंह को गिरफ्तार किया गया है।
एसपी के आदेश पर हुई कार्रवाई
एसपी धूरत शायली के आदेश पर शुक्रवार की देर रात सदर थाना प्रभारी कुंदन ने दारोगा को गिरफ्तार किया और पूछताछ के बाद जेल भेज दिया। दारोगा चितरंजन को शराब लदे वाहन की लूट और अपराधियों से सांठगांठ के मामले में अप्राथमिक अभियुक्त बनाया गया था।
अभियुक्त ने खोले थे दारोगा के राज
अररिया के एसडीपीओ ने बताया कि 25 अगस्त को अररिया-फारबिसगंज हाईवे पर हडिय़ाबारा टोल प्लाजा के पास शराब लदे वाहन को नाटकीय ढंग से गायब कर उस पर लदी शराब लूट ली गई थी। इस मामले में पकड़े गए आरोपी रानीगंज थाना क्षेत्र के पचीरा गांव निवासी विश्वजीत मंडल ने अपने बयान में दारोगा चितरंजन सिंह द्वारा घटना में मदद की बात कही थी। उसने दारोगा पर पैसे के लेनदेन का भी आरोप लगाया था। इसके बाद एसपी के निर्देश पर जांच में दारोगा को दोषी पाया गया था।