दरभंगा—सीतामढ़ी खंड पर ट्रेनें ठप, जिलों में 7 अतिरिक्त डीएम भेजे गए

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पटना : उत्तर बिहार में बाढ़ प्रलय की स्थिति व्याप्त हो गयी है। मंगलवार की दोपहर से दरभंगा-सीतामढ़ी रेलखंड पर रेलों का परिचालन बंद हो गया। मंरैठ हॅाल्ट के निकट पानी रेललाइन पर चलने लगा है। नतीजा, रेलों का परिचालन ठप हो गया। सीतामढ़ी जिले के सभी प्रखंडों का सम्पर्क जिला मुख्यालय से भंग हो गया है। शहर में तो बिजली है, पर गांवों प्रखंडों में नहीं। इसबीच राज्य सरकार ने बाढ़ प्रभावित जिलों में राहत और बचाव कार्य में मदद के लिए सात जिलों में अतिरिक्त डीएम भेजे हैं।
सोमवार की देर रात जमला-परसा गांव के निकट बागमती तटबंध के टूट जाने से कई गांवों में पानी घहराते हुए जा घुसा। एनएच-104 पर पानी प्लावित होने लगा है।
इसके पड़ोसी शिवहर जिले में भी स्थिति भयावह होती जा रही है। तरियानी प्रखंड में कल चार बच्चों के डूब कर मर जाने के बाद एहतिसयात तो बरती गयी, पर हालात प्रतिकूल बने हुए हैं। पूर्वी चम्पारण में सिकरहना सहित कई नेपाल के पहाड़ी नदियों के घहराने से निचले हिस्से में बसे रामगढ़वा तथा रक्सौल के प्रखंड मुख्यालय में पानी घुस गया है। पश्चिमी चम्पारण में मझौलिया, लौरिया, बगहा सहित कई हिस्से में पानी से लोग खहिमाम करने लगे है। मिली जानकारी के अनुसार, एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की 17 टीमें बिहटा से भेजीं गईं हैं। पूर्णिया के जिलाधिकारी प्रदीप कुमार झा ने बताया कि कई प्रखंडों में स्थिति खराब है। प्रशासन मुस्तैद है। अररिया में लोग गांवों छोडत्रकर पलायन करने लगे हैं।

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