समाज सुधार पर भी पड़ा कोरोना का साया, गया के बदले औरंगाबाद में कार्यक्रम
पटना : बिहार में सीएम नीतीश कुमार द्वारा शराबबंदी को सफल बनाने के लिए समाज सुधार अभियान के तहत राज्य के अलग – अलग जगह जाकर जन सभा को संबोधित किया जा रहा है।नीतीश कुमार अपने इस अभियान के दौरान न केवल शराबबंदी बल्कि दहेज प्रथा और बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों के ऊपर भी हमला बोल रहे हैं। लेकीन, अब उनके कार्यक्रम पर कोरोना की तीसरी लहर का प्रकोप दिखता नजर आ रहा है।
देश में कोरोना की तीसरी लहर दस्तक दे चुकी है। इसी बीच बिहार की राजधानी पटना में भी कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन का पहला मरीज पाया गया है। बिहार में कोरोना के नए वेरिएंट मिलने के बाद से हड़कंप मचा हुआ है। इसी को देखते हुए नीतीश के इस समाज सुधार अभियान पर भी इसका असर दिखाता नजर आ रहा है। जानकारी के अनुसार, आने वाले दिनों में सीएम अपने इस अभियान के दौरान होने वाली जनसभा को स्थगित कर सकते हैं। सूत्रों की मानें तो इसको लेकर केवल आधिकारिक घोषणा होना बाकी है।
बता दें कि,नए साल में नीतीश के अभियान की शुरुआत गया जिले से होने वाली है, लेकिन अब उनके कार्यक्रम में बदलाव किया गया है। सीएम नीतीश 4 जनवरी को गया के गांधी मैदान में प्रस्तावित समाज सुधार अभियान और जनसभा को संबोधित नहीं करेंगे। अब वह गया की बजाय औरंगाबाद में उनका कार्यक्रम होगा।
जानकारी के मुताबिक, गया में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने के कारण मुख्यमंत्री ने गया का कार्यक्रम रद्द करने का फैसला लिया है। मिली जानकारी के मुताबिक औरंगाबाद में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की संभावित कार्यक्रम को देखते हुए वहां तैयारियां शुरू कर दी गई है। इसको लेकर डीएम सौरभ जोरवाल एवं एसपी कांतेश कुमार मिश्र ने अन्य अधिकारियों के साथ पुलिस लाइन का निरीक्षण किया।