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कोरोना को धार्मिक नजरिए से देख रही सरकार, रमजान को लेकर लॉकडाउन में दी छूट

सीतामढ़ी/पटना : वैश्विक महामारी बन चुका कोरोना से भारत में अब तक 27,977 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इसमें से 884 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 6523 लोग इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं। इस संकट से निपटने के लिए देशव्यापी लॉक डाउन जारी है। लेकिन, कहीं-कहीं एक लोग की लापरवाही के कारण पूरे समाज को कष्ट झेलना पड़ रहा है।

इसी का नतीजा है कि बिहार में कोरोना मरीजों की संख्या 300 के पार जा चुकी है। जमालपुर में एक जमाती के लापरवाही के कारण कोरोना ऐसा फैला कि मुंगेर आज बिहार में कोरोना सबसे ज्यादा संक्रमित मरीजों वाला जिला बन गया है। जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 90 पहुंच गई है। उच्चस्थ सूत्रों की मानें तो जमालपुर के जमाती दिल्ली और नालंदा में हुए दोनों मरकज में शामिल हुए थे।

रमजान को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि मुझे विश्वास है कि रमजान के इन दिनों में स्थानीय प्रशासन के दिशा-निदेर्शों का पालन करते हुए कोरोना के खिलाफ चल रही इस लड़ाई को हम मजबूत करेंगे। सड़कों, बाजारों, मोहल्लों में दैहिक दूरी (physical distancing) के नियमों का पालन अभी बहुत आवश्यक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशवासियों से अपील कर रहे हैं कि कोरोना महामारी को किसी भी जाति धर्म से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। यह महामारी जाति, धर्म देखकर नहीं फैलता है।

लेकिन, बिहार सरकार पीएम मोदी के द्वारा की गई अपील की धज्जियाँ उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। दरअसल सीतामढ़ी के एसपी का एक गोपनीय पत्र सामने आया है। जिसमें उन्होंने रमजान के पवित्र महीने को देखते हुए उन्होंने सीतामढ़ी के पुलिस प्रशासन को एक पत्र लिखा है। पत्र में लिखा है कि इस्लाम धर्मावलंबियों का पवित्र माह रमजान का पर्व शुरू हो गया है। खरीद बिक्री हेतु मुस्लिम समुदाय के लोग बाहर जाएंगे अतः सभी थाना अध्यक्ष /ओपी प्रभारी को निर्देश दिया जाता है कि किसी भी नागरिक को किसी भी परिस्थिति में बिना पूछताछ किए हुए अनावश्यक बलपूर्वक प्रयोग तथा अभद्र व्यवहार नहीं करेंगे। विशेष रूप से किसी भी रोजदार को परेशान नहीं किया जाए। सभी अंचल निरीक्षक अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी इसका अनुपालन कराना सुनिश्चित करेंगे।

अब सवाल यह है कि देश के प्रधानमंत्री का आदेश है कि इस संकट से निपटने के लिए लॉकडाउन ही अभी एकमात्र उपाय है। इसलिए लॉकडाउन का सख्ती से पालन होना चाहिए। लेकिन, नीतीश कुमार की प्रशासन इसे धार्मिक नजरिये से पालन करवा रही है। इससे पहले भी नीतीश कुमार का जमातियों के प्रति नरम रवैये के कारण आज पूरा बिहार कष्ट झेल रहा है।

विदित हो कि हिंदुओं का पूरा चैत नवरात्र, रामनवमी इत्यादि पर्व लॉकडाउन में ही पड़ा था। इसके कारण मंदिर बंद रहे। सरकार के तरफ कहीं भी तनिक भी छूट नहीं दी गई। लेकिन, रमजान आते ही नीतीश के अधिकारी लॉकडाउन में छूट का फरमान जारी कर देते हैं।

मालूम हो कि बीते दिन देशव्यापी लॉकडाउन लागू होने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि हम कतई अति आत्मविश्वास में न फंस जाएं। हम ऐसा विचार न पाल लें कि हमारे शहर, गांव, गली, दफ्तर में अभी तक कोरोना पहुंचा नहीं है, इसलिए अब पहुंचने वाला नहीं है। ऐसी गलती कभी मत पालना, दुनिया का अनुभव हमें बहुत कुछ कह रहा है। इसलिए दो गज दूरी, बहुत है जरूरी।

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