कोरोना का मरीज आइसोलेशन वार्ड से निकल शहर में घूमता रहा, लिट्टी खाया और चाय पी
हजारीबाग : झारखंड में कोरोना वायरस से लड़ी जा रही लड़ाई को प्रशासनिक अमला ने मजाक बना दिया। लापरवाही का आलम यह है कि कोरोना पॉजिटिव मरीज को हजारीबाग के विष्णुगढ़ से एम्बुलेंस में ले जाने के बाद उसे हजारीबाग शहर में कोरोना बांटने के लिए खुला छोड़ दिया गया ! वह पॉजिटिव मरीज पूरा शहर घूमता रहा। कभी लिट्टी चोखा के दुकान पर तो कभी चाय दुकान पर। तो कभी मेडिकल स्टोर। मरीज शहर की गलियों, सड़कों और नुक्कड़ पर कोरोना लेकर घूमता रहा और जिला प्रशासन इससे बिलकुल बेखबर रहा। इस गलती का अहसास होते ही जिला प्रशासन और स्वास्थ्य महकमा में हड़कंप है। इस बाबत झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि दोषियों पर कार्रवाई होगी। पूरा का पूरा मामला प्रदेश के मुखिया के गंभीर प्रयास पर बट्टा लगा रहे हैं।
दरअसल, हजारीबाग के सदर अस्पताल में भर्ती कोरोना पॉजिटिव मरीज सोमवार को आइसोलेशन वार्ड से निकलकर शहर में तफरी करता रहा। लापरवाही का यह मामला स्वास्थ्य मंत्री के पास पहुंचा तो मंत्री आग बबूला हो उठे और कहा इसमें जो भी दोषी होगा उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कंट्रोल रूम की ओर से जारी मरीज फ्लोचार्ट के मुताबिक कोरोना पॉजिटिव मरीज अस्पताल से निकलकर शहर के झंडा चौक पर पहुंच गया और वहां उसने लिट्टी खाया व चाय पी है। इसके अलावा उसके एक मेडिकल शॉप में भी जाने की सूचना अंकित है।
खबर है कि इस घटना के बाद जिला प्रशासन ने इन सभी दुकानों के अलावा इनके आस-पास की दुकानों को भी सील कर दिया है। जिला प्रशासन इस बात की तहकीकात कर रहा है कि इस दौरान मरीज किन-किन लोगों के संपर्क में आया है। 53 वर्षीय मरीज विष्णुगढ़ प्रखंड का रहने वाला है। वह कुछ दिन पहले आसनसोल से पैदल अपने गांव पहुंच गया था। सैंपल जांच में उसके कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई थी। तब से उसे आइसोलेशन वार्ड में रखा गया था। यह झारखंड में पाया गया दूसरा कोरोना पॉजिटिव मरीज था।
गौरतलब है कि झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार कोरोना को लेकर पहले ही किरकिरी हुई है। कांग्रेस कोटे से झारखंड सरकार में मंत्री आलमगीर आलम और जेएमएम कोटे से मंत्री हाजी हुसैन अंसारी की वजह से पहले ही झारखंड सरकार की फजीहत हो चुकी है। हजारीबाग की घटना झारखंड सरकार के लिए कोढ़ में खाज का काम कर रही है।