कोरोना : शाम 7 बजे मुख्यमंत्री करेंगे उच्च स्तरीय बैठक, कल लिया जाएगा फैसला
पटना : बिहार में सीएम नीतीश कुमार द्वारा शराबबंदी को सफल बनाने के लिए समाज सुधार अभियान के तहत राज्य के अलग – अलग जगह जाकर जनसभा को संबोधित किया जा रहा है।नीतीश कुमार अपने इस अभियान के दौरान न केवल शराबबंदी बल्कि दहेज प्रथा और बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों के ऊपर भी हमला बोल रहे हैं। लेकीन, आज उन्होंने अपने इस कार्यक्रम पर कोरोना की तीसरी लहर को लेकर भी चिंता जाहिर की है।
न्याय के साथ विकास करना हमारी प्राथमिकता
दरअसल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समाज सुधार अभियान के तहत औरंगाबाद में सभा को संबोधित कर रहे हैं।वह औरंगाबाद के पुलिस लाइन कैम्पस से सभा को सम्बोधित कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि न्याय के साथ विकास करना हमारी प्राथमिकता है। जबसे बिहार की जनता ने हमें काम करने का मौका दिया है तब से हमने हमेशा विकास किया है। सीएम नीतीश ने कहा कि हम अच्छा काम करते हैं तो कुछ लोगों को बुरा लगता है। जब हमने लड़कियों को आगे बढ़ाने के लिए साईकिल योजना चलाई तो कुछ लोगों को बुरा लगा।
इसके साथ ही शराबबंदी को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि शराबबंदी पर सवाल खड़े करने वाले सब लोग विद्वान हैं तो समझना चाहिए कि दारू पीने से कितने प्रकार की बीमारी होती है। WHO की रिपोर्ट विद्वान लोगों को पढ़ना चाहिए। सिर्फ छोटी-छोटी बातों को बड़ा कर छापेंगे। इसके अलावा उन्होंने कहा कि जब हमने शराबबंदी कानून लागू की दो झारखंड की महिलाओं ने भी इसकी मांग की, लेकिन वहां की सरकार ने इसे लागू नहीं किया। उन्होंने कहा कि औरंगाबाद झारखंड से सटा हुआ इलाका है, इसलिए हमें सीमा पर विशेष निगरानी रखने की जरूरत है।
इसके अलावा उन्होंने बिहार में तेजी से बढ़ रहे कोरोना को लेकर कहा कि बिहार में पिछले एक सप्ताह से तेजी से करोना बढ़ रहा है। पटना में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ी है।इसलिए सबको सजग रखना है। उन्होंने कहा कि हम कल जनता दरबार में थे वहां भी कोरोना संक्रमित मरीज मिलें। इस कारण हमें सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आज हम यहां से लौट कर पटना जा रहे हैं। शाम सात बजे सारे जगहों से रिपोर्ट लेकर आगे बातचीत करेंगे और कल अंतिम रूप से निर्णय लेंगे।