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कांग्रेस ने किसानों को वोट बैंक की तरह इस्तेमाल किया : पीएम

गया/डालटनगंज : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी एवं उनकी पार्टी की किसानों की ऋण माफी योजना के खिलाफ जमकर हमला बोला और कहा कि उनकी सरकार कृषकों को अन्नदाता मानती है जबकि कांग्रेस उनका केवल वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करती रही है। श्री मोदी आज झारखंड में 3682.06 करोड़ रुपये की मंडल डैम समेत छह परियोजनाओं का शिलान्यास करने के बाद डालटनगंज के चियांकी हवाईअड्डा मैदान में सभा काे संबोधित कर रहे थे। इससे पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वायु सेना के विशेष विमान से बिहार के गया पहुंचे और इसके बाद झारखंड के पलामू जिले में मंडल डैम परियोजना का शिलान्यास करने के लिए हेलीकॉप्टर से रवाना हो गये। श्री मोदी के गया अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा पहुंचने पर बिहार भाजपा के अध्यक्ष एवं सांसद नित्यानंद राय एवं कृषि मंत्री प्रेम कुमार समेत 46 लोगों ने उनकी अगुवानी की। इसके बाद श्री मोदी वायुसेना के हेलीकॉप्टर से पलामू के लिए रवाना हो गये।

प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि ऋण माफी के नाम पर कुछ लोग केवल झूठ ही नहीं बोल रहे बल्कि किसानों को गुमराह भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “श्री राहुल गांधी ने उत्तर कोयल परियोजना का नाम तक नहीं सुना होगा। उन्हें तो यह भी नहीं पता होगा कि उत्तर कोयल डैम, नदी या किसी चिड़िया का नाम है। केंद्र की पूर्ववर्ती कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार ने लंबित सिंचाई परियोजनाओं को पूरा करने के बारे में सोचा तक नहीं।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तर कोयल परियोजना का कार्य 47 वर्ष से अधूरा पड़ा है। वर्ष 1972 में इस परियोजना का कार्य शुरू हुआ था लेकिन एक के बाद एक अड़चनों के कारण यह पूर्ण नहीं हो सका। इतना ही नहीं पिछले 25 वर्ष से तो इस परियोजना का काम पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है। उन्होंने कहा, “आप लोग बतायें कि क्या इस परियोजना को पूर्ण होने में 50 वर्ष का समय लगना चाहिए था। यह पूर्व की कांग्रेस सरकार की किसानों के खिलाफ अनदेखी का अपराध और कर दाताओं के साथ बेईमानी का जीता जागता प्रमाण है।”
श्री मोदी ने कहा कि पहले इस परियोजना की अनुमानित लागत 30 करोड़ रुपये थी, जो अब बढ़कर 2400 करोड़ रुपये पर पहुंच गयी है। पूर्ववर्ती सरकारों की अनदेखी के कारण इस परियोजना की लागत 80 गुना बढ़ गई है और इस राशि का भुगतान देश के करदाताओं को करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि इस परियोजना को अधर में लटकाने वाले झारखंड और बिहार के किसानों, लोगों और समाज के दोषी हैं।
प्रधानमंत्री ने लोगों से पूछा, “उन दोषियों को सजा मिलनी चाहिए या नहीं। मोदी (प्रधानमंत्री) को उनसे लड़ना चाहिए या नहीं। चौकीदार को काम करना चाहिए या नहीं।” उन्होंने कहा कि मंडल डैम परियोजना का लंबित होना साबित करता है कि झारखंड और बिहार के लोगों के साथ कितना अन्याय हुआ है। उन्होंने कहा कि उनकी और पूर्ववर्ती सरकारों में अंतर केवल इतना है कि मौजूदा सरकार किसानों को अन्नदाता मानती है जबकि पहले की सरकारों के लिए वे केवल वोट बैंक की तरह रहे हैं।
श्री मोदी ने कहा कि लंबित मंडल डैम परियोजना की आधारशिला रखा जाना मामूली बात नहीं है। अविभाजित बिहार में उनकी (कांग्रेस) सरकार न तो आम लोगों के लिए संवेदनशील रही और न ही उसने किसानों के दर्द को महसूस किया। उन्होंने कहा कि देश में राज्यों के बीच जल युद्ध जारी रहा है और ये मामले उच्चतम न्यायालय में विचाराधीन हैं। वहीं, दूसरी ओर राजनीतिक दल अपने हित साधने के लिए इन मुद्दों की आड़ में लड़त रहे।