पटना : बिहार में कांग्रेस ‘बौरो प्लेयर’ के भरोसे चुनावी समर में कूद पड़ी है। शुक्रवार को महागठबंधन के घटक दलों के उम्मीदवारों की घोषणा से तो यही जान पड़ता है। अभी तक जो सूची जारी हुई है उसमें 9 में से 5 वैसे उम्मीदवार हैं जो दूसरे दल छोड़कर कांग्रेस में हाल में शामिल हुए हैं। इससे कांग्रेस के पुराने कार्यकर्ताओं में काफी रोष है। पार्टी के कुछ नेताओं ने तो इसे आरजेडी की ‘बी टीम’ तक कह दिया है।
कभी अविभाजित बिहार की 90 प्रतिशत सीटों पर कब्जा कांग्रेस का था। लेकिन देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस इस बार के लोकसभा चुनाव में ‘उधार के उम्मीदवारों’ पर निर्भर हो गई है। कांग्रेस के कुल 9 उम्मीदवारों में से 5 दलबदलू हैं। इन दलबदलू उम्मीदवारों में से दो की घोषणा शुक्रवार को कर दी गई। कांग्रेस पार्टी ने एनसीपी के पूर्व नेता तारिक अनवर को कटिहार और पूर्व बीजेपी एमपी उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह को पूर्णिया से टिकट दिया है।
कांग्रेस पार्टी ने अभी पटना साहिब और वाल्मीकिनगर के लिए अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान नहीं किया है लेकिन माना जा रहा है कि ये सीटें छह अप्रैल को कांग्रेस में शामिल होने जा रहे बीजेपी एमपी शत्रुघ्न सिन्हा और पूर्व बीजेपी नेता कीर्ति आजाद को दी जा सकती हैं। शत्रुघ्न सिन्हा पटना साहिब से 2014 में बीजेपी के टिकट पर जीते थे। वहीं कीर्ति आज़ाद दरभंगा से सांसद चुने गये थे। मुंगेर सीट से मोकामा के निर्दलीय विधायक अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी चुनाव लड़ेंगी। वो पहली बार चुनाव लड़ रहीं हैं। कटिहार के सांसद तारिक अनवर एनसीपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए और फिर उसी सीट से भाग्य आजमा रहे हैं। उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह बीजेपी छोड़कर हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए। उन्हें पार्टी ने पूर्णिया से उम्मीदवार बनाया है।
वहीं दूसरी ओर आरजेडी और कांग्रेस में सीटों के बंटवारे को लेकर चल रहा विवाद सुलझ गया है। पटना में एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने लोकसभा सीटों को लेकर हिस्सेदारी का ऐलान किया। सीट शेयरिंग के फॉर्मूले के तहत सुपौल और पटना साहिब लोकसभा सीट कांग्रेस के खाते में आई है।
वहीं, पाटलिपुत्र, दरभंगा, सारण और बेगूसराय सीट आरजेडी के हिस्से में गई है। इसके साथ ही सिवान, महाराजगंज, बक्सर, जहानाबाद और गोपालगंज सीट भी लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी के पास आई है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान तेजस्वी यादव ने कहा, ‘महागठबंधन अटूट है और हमने पहले भी कहा है कि यह महागठबंधन जनता के दिलों का गठबंधन है। आने वाली लड़ाई संविधान बचाने की है। लोकतंत्र को बचाने की है। न्याय और अन्याय, सच और झूठ की लड़ाई है। दो चरण के उम्मीदवारों की घोषणा पहले ही कर दी है।’ तेजस्वी ने इस दौरान बाकी के पांच चरणों की सीटों पर पार्टीवार सीट शेयरिंग का ऐलान किया।