नयी दिल्ली : कर्नाटक में कांग्रेस सरकार ने शपथ ले ली है। मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम के अलावा मंत्री पद पाने वालों में जिस एक नाम ने सबको चौंकाया वह नाम है कांग्रेस के मौजूदा राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे का। प्रियांक खरगे सिद्धारमैया सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं। लेकिन जैसे ही प्रियांक खड़गे ने मंत्री पद की शपथ ली, कांग्रेस पर अपनी ही बनाई नीति को ताक पर रखने और परिवारवाद के पार्टी पर हावी होने के आरोप भी लगने शुरू हो गए।
दरअसल राहुल गांधी ने अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पार्टी में एक व्यक्ति—एक पद और एक टिकट के फॉर्मूले को अपनाने की बात कही थी। इसपर पार्टी के उदयपुर चिंतन शिविर में भी सहमति बनी थी। लेकिन कर्नाटक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे को मंत्री बनाए जाने के साथ ही पार्टी का यह संकल्प धड़ाम हो गया। पहले से गांधी परिवार पर पार्टी में परिवारवाद को लेकर आरोप लगते रहे हैं। प्रियांक खड़गे के मंत्री बनाए जाने से पार्टी पर फिर परिवारवाद का आरोप पुख्ता हुआ है। इसे लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर फिर हमला किया है।
भाजपा ने प्रियांक खड़गे के मंत्री बनाए जाने के बाद प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांग्रेस आज भी परिवारवाल के जाल से नहीं निकल पाई है। पार्टी में ऊपर से लेकर नीचे तक परिवारवाद नियमों और नीतियों पर हावी है। यही कारण है कि कांग्रेस लगातार अपना वजूद खोती जा रही है। जो एक—आध सफलता पार्टी को मिल भी रही है वह स्थानीय स्तर पर एंटी इनकंबेंसी के कार मिल जा रही है। लेकिन परिवारवाद के कार पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर अपना जनाधार खोती जा रही है।