बेगूसराय : जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष चंद्रशेखर उर्फ चंदू के 22वें शहादत दिवस पर आइसा ने रविवार को जिला कार्यालय में शहीद चंद्रशेखर की याद में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया। इस अवसर पर छात्र नेताओं ने चन्दू की तस्वीर पर फूल माला चढ़ा कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद एक सभा का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता आइसा के जिला सचिव अभिषेक आनंद ने की। हालांकि यह सुखद है कि सिवान के रहने वाले जेएनयू के छात्रनेता कॉमरेड चंद्रशेखर को आज भी बिहार और बिहार का लेनिनग्राद माना जानेवाला बेगूसराय भूला नहीं है। लेकिन यहां यह सवाल तो जरूर उठता है कि जिस राजद के बाहुबली नेता मो. शहाबुद्दीन पर कॉमरेड चंद्रशेखर की हत्या कराने का आरोप लगा, उसी राजद और महागठबंधन की सपोर्ट पाने और बिहार की शेष सीटों पर समर्थन करने के लिए सीपीआई के बेगूसराय से प्रत्याशी कन्हैया कुमार क्यों छटपटा रहे हैं? क्या यह चंद्रशेखर की शहादत से गद्दारी नहीं है?
बहरबाहाल, चंद्रशेखर के शहादत दिवस के मौके पर सभा को संबोधित करते हुए आइसा के जिला अध्यक्ष अजय कुमार ने कहा कि आज के दिन ही 1997 में जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और आइसा नेता चन्दू की सिवान में उस वक्त हत्या कर दी गई थी जब वे सिवान के जेपी चौक पर नुक्कड़ सभा को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि आज हम एक ऐसे दौर में चल रहे हैं, जहां वर्तमान सरकार के चंद दिन बचे हैं। देश के छात्र-नौजवानों को नई सरकार चुननी है। इस संदर्भ में सरकार के कार्यकाल का लेखा—जोखा जरुरी है। सरकार में एक ओर रोजगार, अच्छे दिन, काला धन, विकास, महंगाई कम करना आदि सरकार के जुमले सावित हुये हैं, तो दूसरी और दलितों, अल्पसंख्यकों, महिलाओं तथा छात्र युवाओं के अधिकारों पर हमले बढे हैं।संवैधानिक मूल्यों और नागरिक अधिकारों पर सत्ता प्रायोजित हमले किये गये। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा गलत आंकड़े और झूठे तथ्य परोसे जा रहे हैं। दूसरी ओर देश की ज्वलंत सवालों और अपने चुनावी वायदों पर चुप्पी साधकर फर्जी मुद्दे उछाले जा रहे हैं। जिसका देश के छात्र नौजवान करारा जबाब देंगे। और यही चन्दू को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। मौके पर प्रशांत, फिरोज, सलमान, अंकित, सन्नी, दीपक, शुभम, संतोष, वकील शाह सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
निरंजन सिन्हा