राष्ट्रपति बनने से CM नीतीश ने किया मना,कहा- बिना मतलब की बात,मेरी कोई इच्छा नहीं …
पटना : देश के वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल अगले महीने 24 जुलाई को पूरा हो रहा है। वहीं, राष्ट्रपति चुनाव को लेकर चुनाव आयोग के तरफ से भी तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। चुनाव आयोग ने बताया कि राष्ट्रपति चुनाव 18 जुलाई को किया जाएगा और 21 जुलाई को नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे। इधर तारीखों के ऐलान के बाद बिहार की राजनीति में अटकलों का दौर काफी तेज हो गया है। बिहार के मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम राष्ट्रपति पद को लेकर काफी चर्चा में बना हुआ है। इसी बीच अब सोमवार को खुद नीतीश कुमार द्वारा इसको लेकर प्रतिक्रिया दर्ज करवाई गई है।
दरअसल, सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने जनता दरबार कार्यक्रम से बाहर आने के उपरांत पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि आजकल मेरे नामों को लेकर राष्ट्रपति की उम्मीदवारी के कयास लगाया जा रहा है , लेकिन क्षमा कीजिए इसे मत छापिए … बिना मतलब की बात में मेरी कोई इच्छा नहीं …। बेवजह के बात को बढ़ावा मत दीजिए मेरी कोई इच्छा नहीं है राष्ट्रपति चुनाव में अपनी उम्मीदवारी को लेकर।
कौन क्या बोलता है इससे मेरा कुछ लेना देना नहीं
वहीं, इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से यह सवाल किया गया कि आप ही के पार्टी के नेता और आप की सरकार में मंत्री यह कह रहे हैं कि बिहार के सीएम में राष्ट्रपति बनने के सभी गुण है फिर आपकी इच्छा क्यों नहीं है। इस पर नीतीश कुमार ने जवाब देते हुए कहा कि कौन क्या बोलता है इससे मेरा कुछ लेना देना नहीं है,आज से नहीं कई महीनों से यह बात चल रहा है और मैं हर बार कह रहा हूं कि इसमें हमारी कोई दिलचस्पी नहीं है। इसलिए अब इस पर वापस सवाल पूछने का कोई मतलब ही नहीं रहता है।
जानकारी हो कि, बीते दिनों नीतीश सरकार में मंत्री और जदयू नेता श्रवण कुमार ने कहा था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राष्ट्रपति के साथ-साथ प्रधानमंत्री बनने की काबिलियत है उनके पास देश का सर्वोच्च स्थान को प्राप्त करने वाली सोच भी है बिहार के सीएम राष्ट्रपति के लिए सबसे बेहतर उम्मीदवार हैं इसलिए या तो या देश के राष्ट्रपति बनते हैं तो पूरे बिहार और देश के लिए खुशी की बात होगी।
वहीं, उनके इस बयान पर विराम लगाते हुए ललन सिंह ने साफ कर दिया था कि नीतीश कुमार बिहार से बाहर नहीं जा रहे हैं नीतीश कुमार पर पति बनने की इच्छा नहीं है वह बिहार में रहकर बिहार की जनता की सेवा करने की इच्छा रखते हैं और आगे भी बिहार की जनता की सेवा करते रहेंगे।