मुर्मू के शपथ ग्रहण में नहीं आए CM नीतीश, JDU ने कहा – जरूरी नहीं की हर कोई हो शामिल
पटना : द्रौपदी मुर्मू ने देश के 15 वीं राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण किया। सीजेआई एनवी रमण ने उन्हें राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई। वहीं, शपथ ग्रहण में पीएम नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, सभी राज्यों राज्यपाल, मुख्यमंत्री, संसद सदस्य सैन्य अधिकारी समारोह में शामिल हुए। हालांकि, इस बीच बिहार के मुख्यमंत्री सीएम नीतीश कुमार इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। जिसके बाद इसको लेकर सियासी गालियारों में अटकलों की बाजार गर्म हो गई है। जिसके बाद इसको लेकर अब जेडीयू नेता उपेंद्र कुशवाहा ने इसपर सफाई दी है।
जदयू नेता उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि हर कार्यक्रम में प्रत्येक व्यक्ति शामिल हो, इसकी जरूरत नहीं होती है। राष्ट्रपति का चुनाव संपन्न हो गया है, शपथ ग्रहण तो एक मात्र औपचारिकता होती है। यदि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए तो इसपर बहुत गौर करने की जरूरत नहीं है। मुख्यमंत्री को बहुत सारा काम रहता है, इसीलिए वो शपथ ग्रहण में शामिल होने नहीं जा पाए।
सबसे बड़े नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, किसी के आने से कोई फर्क नहीं
इसके अलावा जब जेडीयू नेता से यह सवाल किया गया कि आने वाले कुछ दिनों में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और देश के गृह मंत्री अमित शाह के बिहार दौरे पर आ रहे हैं, कहीं इससे जदयू को कोई नुकसान तो नहीं होने वाला है। जिसके बाद उन्होंने जवाब देते हैं कहा कि उनकी पार्टी का कार्यक्रम में वो लोग आ रहे हैं। बिहार के सबसे बड़े नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं, बाकि किसी के आने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। एनडीए में सबकुछ ठीक है।
वहीं, एक अन्य मामले में सवाल करने पर उपेंद्र कुशवाहा ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल को आड़े हाथों लिया है। कुशवाहा ने कहा है कि पिछले दिनों फुलवारी शरीफ मामले पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा था कि बिहार आतंक का नया गड्ढ़ बन गया है। ऐसे में यदि जायसवाल जी को इस प्रकार की जानकारी है, तो वो मुख्यमंत्री या सम्बंधित अधिकारी को शेयर करें। इस पर जांच की जाएगी। जिस तरह से बयान दे रहे हैं, ऐसा लगता है कि उसको बहुत बात की जानकारी है, जिसको वो छुपा रहे हैं। ऐसे में उन्हीं पर आरोप लग सकता है।