पटना : लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के राजभवन स्थित बूथ पर अपना वोट गिराया। वोट डालने के बाद उन्होंने इतनी लंबी चुनावी प्रक्रिया के लिए चुनाव आयोग पर सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रक्रिया इतनी लंबी नहीं होनी चाहिए। इतनी गर्मी में मतदान नहीं होना चाहिए। फरवरी-मार्च या फिर अक्तूबर-नवंबर में मतदान कराना चाहिए था। उधर केदारनाथ में ध्यान करने के बाद मीडिया से मुखातिब हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इतनी गर्मी में मतदान नहीं कराए जाने की बात कही थी। उन्होंने भी माना कि चुनाव प्रक्रिया इतनी लंबी नहीं होनी चाहिए।
पीएम से सहमत नीतीश कुमार, प्रज्ञा बर्दाश्त योग्य नहीं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुर में सुर मिलाते हुए बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि भोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी प्रज्ञा ठाकुर का बयान कहीं से भी स्वीकार्य करने योग्य नहीं है। बीते दिनों राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे गोडसे को प्रज्ञा ने देशभक्त बताया था। जिसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने मीडिया के सामने आकर कहा कि पार्टी उसे माफ़ कर सकती है पर मैं कभी नहीं माफ़ कर पाउँगा। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यह बिलकुल बर्दाश्त करने योग्य नहीं है। उसे बीजेपी से निष्कासित कर देना चाहिए पर बीजेपी पार्टी का यह आंतरिक मामला है। उन्होंने इसपर प्रधानमंत्री द्वारा बोले गए बातों का समर्थन किया।
सुचित कुमार