पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बढ़ते अपराध पर चिंता व्यक्त करते हुए अफसरों से जानना चाहा कि आखिर अपराध रूक क्यों नहीं रहा है। कमी कहां रह गयी है। उन्होंने शुक्रवार को अफसरों को हड़काते हुए कहा कि उन्हें रिजल्ट चाहिए। खीझते हुए उन्होंने कहा कि अपराध नियंत्रण के लिए जिम्मेवार एजेंसी अर्थात पुलिस विभाग अविलम्ब इस पर लगाम कसते हुए यह तय करे कि वे सूबे को अपराध से मुक्त करेंगे।
मुख्यमंत्री लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार कानून-व्यवस्था की उच्चस्तरीय समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने चुनाव बाद बेतहाशा अपराध वृद्वि पर अफसरों को फटकार लगाते हुए कहा कि उन्हें हर हाल में रिजल्ट चाहिए।
लाॅ-इन्फोर्सिंग एजेंसी कमजोर क्यों दिख रही
उन्होंने डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय से जानना चाहा कि आखिर लाॅ-इन्फोर्सिंग एजेंसी कमजोर क्यों दिख रही है। उन्होंने हालिया अपराध का हवाला देते हुए अफसरों से पूछा कि क्या आपलोग इन्वेस्टिगेशन का फाॅलो-अप नहीं करते। श्रेणीवार अपराध विभाजित होने के बाद भी कार्रवाई क्यों नहीं होती। उन्होंने चिढ़ते हुए कहा कि क्या पुलिस का इकबाल खत्म हो गया है।
मुख्यमंत्री ने जिलों में तैनात पुलिस कप्तानों को निर्देश दिया कि वे एसी चैंबर से निकल कर महीने में कम-से-कम 10 दिनों तक फील्ड में कैंप करें। रिजल्ट दें। उन्होंने दुहराते हुए कहा कि अपराधियों से किसी कीमत पर समझौता नहीं किया जा सकता। वे बख्शे नहीं जा सकते। उन्होंने कहा कि अपराधियों का हौसला अगर बढ़ता है तो उसके लिए पुलिस जिम्मेवार होती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हैं तो पेट्रोलिंग क्यों नहीं होती। अगर होती है तो सघन क्यों नहीं। रिजल्ट सामने क्यों नहीं आ रहा। बैठक में डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय, गृह सचिव, एडीजी कुन्दन कृष्णन, एसके सिंघल तथा कई जोनल अधिकारी मौजूद थे।
पटना, वैशाली व मुजफ्फरपुर में बढ़ा अपराध : डीजीपी
बैठक के दौरान डीजीपी ने कबूला कि तीन जिले क्रमशः पटना, वैशाली और मुजफ्फरपुर में अपराध का ग्राफ बढ़ा है। उन्होंने कहा कि तिरहुत रेंज के आईजी को क्राईम कंट्रोल संबंधी निर्देश दिये जा चुके हैं। पटना सेंट्रल रेंज के आईजी को भी निर्देश जारी किया किया गया है। उन्होंने कहा कि आज और अभी से पूरे सूबे में मुख्यमंत्री के निर्देश का अनुपालन होगा। उन्होंने संवाददाताओं को कहा कि संगठित अपराध और गैंगस्टरों की कमर तो पहले ही तोड़ दी गयी है। अब, नये उभरते गैंगस्टरों की खैर नहीं होगी।
20 एसडीपीओ क्राइम कंट्रोल में फेल, होगी कार्रवाई
डीजीपी ने सभी आईजी को निर्देश दिया कि वैसे एसडीपीओ को चिह्नित करें जो काम नहीं करते अथवा क्राइम कंट्रोल में फेल हैं। कई जोनल आईजी ने रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट में 20 ऐसे एसडीपीओ के नाम शामिल हैं। इन पर कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू हो गयी है।
शीघ्र होगी थाना मैनेजरों की बहाली
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश के आलोक में बिहार के सभी जिलों में थानों में मैनेजरों की नियुक्ति शीघ्र शुरू हो जाएगी। उनकी अहर्ता मैनेजमेंट यानी एमबीए रखी गयी है। वे थानों की व्यवस्था का प्रबंधन करेंगे। इसकी कार्रवाई गृह विभाग ने शुरू कर दी है।