सीएम बनने की चाहत में उपेंद्र ने एनडीए से किया फ्रॉड : ललन पासवान
पटना : रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा आज महागठबंधन में शामिल हो गए। उनके इस कदम को उन्हीं की पार्टी के विधायक ललन पासवान ने मौकापरस्ती और फ्रॉड करार देते हुए उनकी कड़ी निंदा की। उपेंद्र के एनडीए से हटने के बाद पार्टी में रालोसपा ललन नाम से अलग गुट बनाने वाले ललन पासवान ने कहा कि राजद शुरू से उपेंद्र कुशवाहा को महागठबंधन में शामिल करना चाहता था। लेकिन एनडीए छोड़ने के बाद वो कभी भी आरजेडी से नहीं मिलने गए। कुशवाहा सीधे कांग्रेस के राहुल गांधी से मिलने चले गए। इशारा साफ है कि वो मन ही मन बिहार का मुख्यमंत्री बनने का ख्वाब देख रहे हैं। हालांकि कुशवाहा के मुख्यमंत्री बनने की चाहत को राजद कभी पूरा नहीं होने देगा। येन—केन प्रकारेण वो बिहार के मुख्यमंत्रो बनना चाहते हैं और इसके लिए वो कांग्रेस का इस्तेमाल कर रहे हैं।
बिहार की जनता उपेंद्र कुशवाहा की चालाकी समझ चुकी है। उनकी दाल बिहार में नहीं गलनेवाली है। इसलिए तरह-तरह के कार्यक्रम और नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री पर अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। उनके द्वारा लगाए गए सारे आरोप बेबुनियाद हैं। उन्होंने कहा कि जब वो जेडीयू में थे तभी जेडीयू में रहते हुए ही रालोसपा के लिए आवेदन कर दिया था। उपेंद्र कुशवाहा जैसा फ्रॉड नेता पूरे भारत में कोई नहीं है। उपेंद्र कुशवाहा के पास न कोई सिद्धांत है न कोई आदर्श है। वो अवसरवादी नेता हैं।
रही बात एनडीए के छोड़ने की तो इसका संकेत उन्होंने उत्तर प्रदेश में हो रहे चुनाव के वक़्त ही दे दिया था। प्रधानमंत्री की नीतियों की आलोचना उन्होंने शुरू कर दी थी। मनोज लाल ने कुशवाहा पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब उपेंद्र केंद्र में मंत्री बने तब कभी भी उन्होंने रालोसपा से किसी भी नेता को मंत्री बनाने के लिए नहीं कहा। कुशवाहा जानते थे कि यदि कोई भी दूसरा नेता केंद्र में मंत्री बन गया तो उनकी पूछ खत्म हो जायेगी।
मानस दुबे