आंगनबाड़ी में गड़बड़ी को लेकर CM नाराज, अफसर को लगाया फोन
पटना : राजधानी पटना में हर सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जनता दरबार लगता है। इस जनता दरबार कार्यक्रम में मुख्यमंत्री सीधे तौर पर जनता से रूबरू होते हैं और उनकी शिकायतों को सुनकर उसका निपटारा करते हैं। इसी दौरान इस सोमवार को मुख्यमंत्री के जनता दरबार में आंगनबाड़ी सेविकाओं से जुड़ा हुआ एक मामला सामने आया।
ऐसी सभी शिकायतों को कंपाइल कर रखें
वहीं, आंगनबाड़ी सेविकाओं से जुड़े मामले को सामने आने पर सीएम नीतीश थोड़ा गुस्सा हो गए हो और उन्होंने तुरंत विभाग के अफसर को फोन लगा दिया और कहा कि पिछली बार ही मैंने ऐसी शिकायतों का समाधान करने का निर्देश दिया था। इसके बावजूद आज भी ऐसे फरियादी अपनी शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं। सीएम ने दोबारा अफसर को फोन लगाया और कहा कि ऐसी सभी शिकायतों को कंपाइल कर रखें, ताकि सभी की बात एक साथ सुनी जा सके। उन्होंने ऐसी शिकायतें लगातार आने पर कहा कि ये हो क्या रहा है? पहले भी ऐसी शिकायतों पर हिदायत दी गई, लेकिन सुधार नहीं होना ठीक नहीं है।
अस्पताल के लिए जमीन दान की गई
वहीं, जनता दरबार में एक शख्स ने बताया कि उसके गांव में अस्पताल के लिए जमीन दान की गई थी। इसमें अस्पताल बना नहीं और अब उसी जगह नल-जल योजना का काम शुरू किया जा रहा है। इस पर सीएम ने अधिकारी से कहा कि जिस चीज के लिए जमीन मिली है, उसकी बजाय दूसरा-तीसरा काम क्यों किया जा रहा है।
विभाग ने अब तक नहीं दिया मुआवजा
इसके अलावा एक युवक ने अपने परिजन की कोरोना संक्रमण से एक साल पहले हुई मौत की शिकायत लेकर जनता दरबार पहुंच गया। उसने बताया कि सीटी स्कैन में कोरोना संक्रमण का पता चला था। इसके बाद अगली सुबह आरटीपीसीआर जांच करानी थी। लेकिन, मरीज की मौत हो गई। विभाग ने अब तक मुआवजा नहीं दिया।
आपको बता दें कि, मुख्यमंत्री आज दूसरे सोमवार को स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, समाज कल्याण विभाग, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, साइंस एवं टेक्नोलॉजी विभाग, आईटी विभाग, कला संस्कृति एवं युवा विभाग, वित्त विभाग और श्रम संसाधन विभाग से जुड़े मामलों की सुनवाई कर रहे हैं।