जदयू में उपेक्षित कुशवाहा का दावा, जातीय जनगणना को लेकर भाजपा के अंदर दो फाड़
पटना : जातीय जनगणना को लेकर बिहार में उठी सियासी लड़ाई में अब जदयू संसदीय दल के नेता उपेंद्र कुशवाहा ने भी कदम रख दिया है। जातीय जनगणना को लेकर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि बीजेपी के अंदर ही विवाद चल रहा है।
गुटबाजी के शिकार कुशवाहा का दावा
जदयू में गुटबाजी के शिकार उपेंद्र कुशवाहा ने जातीय जनगणना को लेकर बड़ा दावा किया है। जदयू के मूल नेताओं के अधिसंख्य कार्यक्रमों से उपेक्षित रहने वाले कुशवाहा ने कहा कि जातीय जनगणना को लेकर भाजपा के अंदर दो फाड़ है
भाजपा में भी जातीय जनगणना का समर्थन करने वाले नेता
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि भाजपा में बड़ी तादाद में ऐसे लोग हैं जो जातीय जनगणना का समर्थन करते हैं। लेकिन कुछ लोग भाजपा के अंदर से ही जातीय जनगणना पर सवाल खड़े करते हैं। कुशवाहा ने कहा कि भाजपा को अपनी अंदरूनी सियासत ठीक करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना देश के लिए बेहद जरूरी है और इसे हर हाल में इस बार लागू किया जाना चाहिए।
जातीय जनगणना से आएगा समाज में बड़ा बदलाव
वहीं, जातीय जनगणना को लेकर बिहार के नेताओं की पीएम मोदी के साथ हुई मुलाकात को लेकर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हुई मुलाकात सकारात्मक रही है। उन्हें उम्मीद है कि केंद्र सरकार जातीय जनगणना को लेकर जरूर फैसला लेगी। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि जातीय जनगणना होने से समाज में बड़ा बदलाव आएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना के मसले पर विपक्ष भी बिहार में एक है।
जनगणना वाले कॉलम में केवल जाति का कॉलम जोड़ा जाना
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना का धर्म से कोई लेना देना नहीं है जो लोग भी यह प्रचारित कर रहे हैं कि जातीय जनगणना मुश्किल है वह केवल सियासत कर रहे हैं। कुशवाहा ने कहा कि जनगणना वाले कॉलम में केवल जाति का कॉलम जोड़ा जाना है। इसके बाद जातीय जनगणना आसानी से की जा सकती है।केंद्र सरकार अगर चाहे तो इसमें कोई मुश्किल नहीं है।