नयी दिल्ली : अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प के बाद भारत और चीन दोनों ने अपना पक्ष रखा है। भारतीय सेना के प्रवक्ता ने कहा है कि नौ दिसंबर 2022 को करीब 300 चीनी सैनिकों ने एलएसी क्रॉस कर भारतीय पोस्ट को हटाने की मंशा से भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की। इस घुसपैठ का भारतीय सेना
ने मुंहतोड़ जवाब दिया और चीनी सैनिकों को मार भगाया। चीनी सैनिक पूरे साजो-सामान से लैस होकर वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तारबंदी के उद्देश्य से पहुंचे थे। चीन के जवान अपने साथ घातक हथियार लेकर आए थे और उन्होंने आते ही पत्थरबाजी तथा चाकू लके डंडों से प्रहार की कोशिश की। लेकिन भारतीय सेना भी पूरी तरह तैयार थी और उन्होंने तगड़ा पलटवार किया। इस झड़प में 8 भारतीय सैनिक जबकि 50 के करीब चीन के सैनिकों घायल हो गए।
राजनाथ सिंह ने संसद में दिया बयान
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में कहा कि इस झड़प में कुछ भारतीय सैनिकों को चोटें आई, लेकिन न कोई मौत हुई है, न कोई गंभीर घायल है। उन्होंने संसद को बताया कि चीनी सैनिकों ने नौ दिसंबर 2022 को तवांग सेक्टर के यांग्त्से इलाक़े में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अतिक्रमण कर यथास्थिति को एकतरफ़ा रूप से बदलने का प्रयास किया। लेकिन मुस्तेद भारतीय सेना उनका मुकाबला किया और खदेड़ दिया।
चीन ने हालात को स्थिर व सामान्य कहा
उधर चीन ने भी एलएसी पर इस ताजा झड़प को लेकर बयान जारी किया है। चीन ने कहा है कि भारत से लगी सरहद पर हालात स्थिर हैं। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने वांग वेनबिन ने कहा कि भारत से सैन्य और राजनयिक स्तर पर बात चल रही है। इसबीच भारतीय सेना के सूत्रों से पता चला है कि समूचे अरुणाचल से लगती एलएसी के इलाकों में वायुसेना की गश्त बढ़ा दी गई है। यहां ड्रोन के साथ ही सुखोई और अन्य विमानों के जरिये लगातार गश्त शुरू की गई है।