अर्जुन और कृष्ण में शह – मात का खेल जारी, लालू परिवार में खुली बगावत
पटना : बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राजद में सह और मात का खेल अभी भी जारी है। कभी बड़े भाई छोटे भाई को पटखनी देने की कोशिश कर रहे हैं तो कभी छोटे भाई बड़े भाई को पार्टी से बाहर निकालने की जुगार कर रहे हैं। इन दोनों के बीच जारी यह कॉल्ड वॉर अब अपने आखरी बिंदु की ओर बढ़ चुका है।
बिहार की जनता नहीं करेगी माफ
दरअसल, जहां राजद के हसनपुर विधायक के नेता बिहार विधानसभा उपचुनाव में अपने समर्थन पर कुशेश्वरस्थान सीट से उम्मीदवार को मैदान में उतारा था तो वहीं छोटे भाई ने उनसे मुलाकात कर नाम वापसी के लिए मना लिया है। वहीं, इससे पहले तेजप्रताप यादव द्वारा खुद को स्टार प्रचारक की सूची में शामिल न होने के मलाल पर मां और बहन के कंधे पर बंदूक रखकर कहा गया कि दशहरा में अब मातृशक्ति को पूछते हैं इसके बावजूद राजद द्वारा मातृशक्ति को नजरअंदाज किया गया। इसके लिए बिहार की जनता कभी भी राजद को माफ नहीं करेगी।
सृजन स्वराज को युवा राजद का प्रदेश उपाध्यक्ष
वहीं, दूसरी तरफ राजद ने इसका पलटवार तो नहीं किया है, लेकिन तेजप्रताप यादव को जवाब देने का नया तरीका तलाशते हुए जिसे उन्होंने पार्टी से बाहर किया था उसे राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह द्वारा युवा राजद का प्रदेश उपाध्यक्ष मनोनीत किया गया है।
राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के मार्फ़त युवा राजद का प्रदेश उपाध्यक्ष मनोनीत किया गया है। जगदनंद सिंह ने सृजन स्वराज का स्वागत युवा राजद में उनके मनोनयन पत्र देकर और माला पहनाकर किया।
प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी पर अपना कब्ज़ा जमाया
गौरतलब है कि,2019 में सृजन स्वराज छात्र राजद के प्रदेश अध्यक्ष बने थे। सृजन स्वराज वैसे तो 2015 से ही तेजप्रताप यादव के कदम से कदम मिलाकर सियासत करते नजर आ रहे थे मगर तेजप्रताप यादव का आशीर्वाद सृजन को 2019 में तब मिला जब पटना स्थित तेजप्रताप यादव के सरकारी आवास पर आयोजित छात्र राजद की बैठक के बाद हुए चुनाव में सृजन स्वराज ने अपने प्रतिद्वंद्वी को 52 वोट से मात देकर छात्र राजद के प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी पर अपना कब्ज़ा जमाया था। तब तेजप्रताप ने सृजन को माला पहनाकर उनका ना सिर्फ अभिवादन किया था बल्कि उनका मुंह भी मीठा करवााया था।
छात्र राजद की कुर्सी छीनी
वहीं, लंबे समय तक छात्र राजद के प्रदेश अध्यक्ष का बेहतर तरीके से बागडोर संभालने के बाद एक दिन अचानक तेजप्रताप यादव से हुई आपसी तनातनी के बाद उन्होंने छात्र राजद की वर्तमान इकाई को भंग कर दिया और इसके बाद जब तेजप्रताप ने पुनः छात्र राजद के पुर्नगठन किया तब छात्र राजद की कुर्सी सृजन से छीन ली गई। तब से लेकर अब तक सृजन बिना किसी पद के राजद की सेवा करते रहे थे इसके बाद अब तेज प्रताप यादव द्वारा अपना एक संगठन बना लिया गया है तब जाकर उन्हें आज जिम्मेदारी सौंपी गई है।