पटना : कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने को लेकर बिहार के सत्तापक्ष व विपक्ष के नेता के बीच ट्विटर वार शुरू हो गया है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा था कि सामाजिक न्याय, दबे कुचलों के उत्थान और समावेशी नीतियों व विचारों के पुरोधा, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर जी को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने की राजद की माँग को पुनः दोहराता हूँ।
वहीं, तेजस्वी ने आज पुनः ट्वीट कर कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर जी को भारत रत्न देने की हमारी पुरानी माँग है। लेकिन बिहार से NDA के 40 में से 39 सांसद होने के बावजूद ड़बल इंजन सरकार जननायक को भारत रत्न क्यों नहीं दे रही है? क्या इसलिए कि वो वंचित समूह से संबंध रखते है? CM इसके लिए विशेष रूप से PM से क्यों नहीं मिलते?
तेजस्वी ने अन्य ट्वीट में कहा कि नीतीश जी, माना कि BJP के हाथों बंधक होने के बाद आप पटना यूनिवर्सिटी को केंद्रीय विश्वविद्यालय का भी दर्जा नहीं दिला सकते लेकिन राजनीति से इतर कर्पूरी जी को भारत रत्न दिलाने के लिए आप हमारी माँग का समर्थन करे। क्या इसके लिए आप हमारे MP, MLAs के साथ राष्ट्रपति के सामने परेड करेंगे?
जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न
इस बीच सीएम नीतीश कुमार ने ट्वीट कर कहा कि हमने जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित करने के लिए अपनी अनुशंसा केन्द्र सरकार को पहले ही भेज दी है। इससे पहले भी वर्ष 2007, 2017, 2018 एवं 2019 में भारत रत्न के लिए इनके नाम की अनुशंसा की गई थी। हमारी ख्वाईश है कि जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से विभूषित किया जाय।
नीतीश के ट्वीट करने के बाद तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि जननायक कर्पूरी जी को भारत रत्न के लिए मैंने 4:04 PM पर ट्वीट किया। CM ने 4:24 पर दिखावटी जवाब दिया। अगर वास्तव में कर्पूरी जी को भारत रत्न दिलाने की नीतीश जी की ख्वाहिश है तो क्या इस माँग पूर्ति के लिए वो हमारे साथ राष्ट्रपति के सामने परेड में सम्मिलित होंगे? अन्यथा वो पहल करें।