पटना : बिहार में पिछ्ले 16 सालों से मुख्यमंत्री की कुर्सी पर जदयू नेता नीतीश कुमार बैठे हुए हैं। उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद तमाम जगहों पर ये चीज आसानी से सुनने को मिल जाती है कि बिहार में सुशासन की सरकार है। उनके द्वारा राज्य के हर एक क्षेत्र में विकास का कार्य हुआ है। वहीं अब इनके इसी विकास कार्य को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने जोरदार हमला बोला है।
सदर अस्पताल में वेंटिलेटर उपलब्ध लेकिन टेक्नीशियन नहीं
नेता प्रतिपक्ष ने राज्य सरकार द्वारा सदर अस्पताल में वेंटिलेटर की सुविधा होने के बाबजूद उसके उपयोग न होने और टेक्नीशियन की कमी को लेकर हमला बोला है। मालूम हो कि बिहार के तमाम सदर अस्पताल में वेंटिलेटर उपलब्ध है लेकिन उसे ऑपरेट करने के लिए टेक्नीशियन उपलब्ध नहीं है। जिसके कारण राज्य सरकार ने सैंकड़ों वेंटिलेटर को निजी अस्पतालों को अस्थाई तौर पर सुपुर्द करने का निर्णय लिया है। पिछले साल कोरोना संक्रमण के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की केंद्र सरकार से मांग के बाद बिहार को 200 वेंटिलेटर उपलब्ध करवाए गए थे । जिसके बाद उन वेंटिलेटरों को जिलों में भेजा गया ताकि वहां के सदर अस्पताल में स्थापित हो सके। लेकिन आज साल भर बीत जाने के बाद भी वो वेंटिलेटर उसी तरह से अस्पताल के स्टॉक में धूल फांक रहा क्योंकि उसे ऑपरेट करने वाला कोई ऑपरेटर ही उपलब्ध नहीं है।
अब इसी को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने हमला बोलते हुए कहा कि हे भगवान! हमारे बिहार की क्या दुर्दशा कर दी 16 वर्षों के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा ने??
बिहार में वेंटिलेटर चलाने के लिए सरकारी अस्पतालों में टेक्निशियन नहीं है इसलिए सरकारी वेंटिलेटर अब निजी अस्पतालों को दिए जा रहे है। बेशर्मों, और जंगलराज का रोना रोइए।
मालूम हो कि राज्य स्वास्थ्य समिति ने आज विज्ञापन जारी कर निजी अस्पतालों को वेंटिलेटर लेने के लिए आमंत्रित किया है। इसमें यह कहा गया है कि कोरोना संक्रमण की वजह से हमारे चिकित्सा पदाधिकारी कार्यशील हैं। इस वजह से वेंटिलेटर संचालन में परेशानी हो रही है। उसमें इस बात का उल्लेख नहीं किया गया है कि सरकार के पास टेक्निशियन नहीं इस वजह से निजी अस्पतालों को सौंपने का विचार हुआ है।