बिहार में भी होगा सत्ता परिवर्तन, नीतीश की चुप्पी और AIMIM का टूटना एक संकेत !
पटना : हाल ही में जिस तरह महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन हुआ है। उसके बाद बिहार झारखंड के राजनीतिक गलियारों में भी सत्ता परिवर्तन की चर्चा तेज हो गई है। बिहार की राजनीति में काफी करीब से नजर रखने वाले लोगों में यह चर्चा शुरू हो गई है कि जिस तरह हाल ही में एआइएमआइएम के पांच में से चार विधायक अब राजद में शामिल हो गए हैं। इस तरह से बिहार विधानसभा में एक बार फिर से राजद सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। यह कहीं सत्ता परिवर्तित होने के तो संकेत नहीं। वहीं,अब इन चर्चा के बीच लोजपा (राम विलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने भी इसे एक बड़ा संकेत माना है।
उन्होंने सीएम नीतीश कुमार की वर्तमान एनडीए सरकार के बारे में भविष्यवाणी की है। साथ ही केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के बारे में भी खुलकर अपनी बातें रखी हैं। चिराग ने कहा है कि जब महाराष्ट्र में इतना बड़ा बदलाव हुआ तो निश्चित तौर पर बिहार में भी बदलाव होकर रहेगा। हालांकि, इस दौरान उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया लेकिन कितना जरुर कहा कि वर्तमान सरकार कभी भी जा सकती है।
कभी भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनती है तो कभी राजद
चिराग ने कहा कि कभी भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनती है तो कभी राजद। यह कोई आम बात नहीं है। इसके पीछे की राजनीति को समझने के बाद यह पूरी तरह से साफ है कि पर्दे के पीछे कुछ अलग ही खिचड़ी पक रही है। इशारों में ही उन्होंने कहा कि अभी राजद सबसे बड़ी पार्टी बनी है। इसमें जो सामने होता दिखा है ठीक वैसा ही पर्दे के पीछे नहीं है। यहां किसी और ने काम किया है। चिराग ने कहा कि भाजपा और जदयू में चल रही रस्साकशी , aimim के विधायकों का टूटना और मुख्यमंत्री की चुप्पी बदलाव के संकेत हैं। बिहार में नए राजनीतिक समीकरणों की सुगबुगाहट तेज हो गई है। ऐसे में मध्यावधि चुनाव तय है।
इधर, केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना को लेकर उन्होंने कहा कि युवाओं को जब चार साल की नौकरी दी जा रही है तो फिर सांसद-विधायकों का पेंशन क्यों दी जा रही है। इसे अविलंब बंद किया जाना चाहिए। सेना की अपनी गरिमा होती है। यह जाब देने की फैक्ट्री नहीं बन सकती है। केंद्र सरकार वन रैंक वन पेंशन की बात करती है और दूसरी तरफ उनकी पेंशन बंद करने की योजना चलाई जा रही है, यह ठीक नहीं है।