चंपारण में डेढ़ फीट मोटी बर्फ, वज्रपात और ओलावृष्टि से 8 मरे
पटना/मोतिहारी/गोपालगंज : बिन मौसम की बरसात ने आज मंगलवार को समूचे बिहार में भारी तबाही मचाई। ओला गिरने, वज्रपात और बारिश से सूबे के अलग—अलग हिस्सों में 8 लोगों की मौत हो गई और कई लोग जख्मी हो गए। पश्चिम चंपारण, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर के कुछ भागों में भारी ओलावृष्टि हुई। चंपारण के फेनहारा, ढाका और मधुबन प्रखंड के कई गांवों में करीब डेढ़ फीट मोटी बर्फ बिछ गई। आंधी, पानी और ओलावृष्टि से करीब 11 जिलों में किसानों की फसल को भारी नुकसान पहुंचने की सूचना है।
मोतिहारी जिले के संग्रामपुर गांव निवासी हरिशंकर महतो तथा उसका पुत्र राजन कुमार इमिलिया ईंट—भट्ठे पर काम करते थे। ये लोग ईंट भट्ठे पर बने एक टीन शेड में खाना बना रहे थे तभी शेड पर आकाशीय बिजली गिर गई और दोनों की मौत हो गई।
उधर मुंगेर जिले के गंगटा थाना क्षेत्र के विहवे गांव में भी वज्रपात की चपेट में आने से तीन लोगों की मौत होने की खबर है। बताया जाता है कि यहां पशुपालक खेतों में मवेशी को चरा रहे थे। अचानक वज्रपात की चपेट में आने से तीन पशुपालक की मौत हो गई। मृतकों के नाम शोभा कुमारी आठ वर्ष, सीता देवी 55 वर्ष, सत्य ज्योति कुमारी 15 वर्ष बताये जाते हैं। जख्मी में संजू कुमारी, निर्मला कुमारी को भागलपुर रेफर किया गया है।
गोपालगंज में आकाशीय बिजली गिरने से दो लोग मारे गए। दोनों मृतक मजदूर बताये जाते हैं। दोनों मजदूर थावे थाना क्षेत्र के चौराहा गांव स्थित ईंट भट्ठा पर काम कर रहे थे। तभी चमक के साथ आंधी पानी शुरू हो गई और अचानक उन पर बिजली आ गिरी। छपरा में भी बिजली गिरने से एक व्यक्ति मौत होने की खबर है। वहां एकमा के आमड़ाढ़ी कर्णपुरा गांव में बारिश से बचने को एक पेड़ के नीचे छिपा व्यक्ति वज्रपात की चपेट में आ गया।
जानकारी के अनुसार चंपारण, मुजफ्फरपुर, वैशाली, नवादा, नालंदा, गोपालगंज, सारण, आरा, बक्सर, पटना समेत बिहार के कई भागों में अचानक आंधी तूफान के साथ जमकर बारिश हुई। पटना में भी काले बादल काफी देर तक आसमान में छाए रहे जिस कारण दिन में भी रात का नजारा देखने को मिला। मौसम विभाग ने एक दर्जन जिलों में इसे लेकर अलर्ट भी जारी किया था।