पटना : मुजफ्फरपुर के चमकी बुखार से पीड़ित परिवारों पर आज असंवेदी शासन का डंडा खूब चला। एक तरफ जहां चमकी बुखार प्रभावित परिवारों पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की, वहीं आज मुजफ्फरपुर के केजरीवाल अस्पताल में कर्मियों ने चमकी से मरे एक बच्चे के परिजनों की धुनाई कर दी। उनका कसूर सिर्फ यही था कि वे बार—बार डाक्टरों से अपने बच्चे के इलाज के लिए गुहार लगा रहे थे और इसीबीच बच्चा मर गया। इसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत करनी चाही और आवाज उठाई। इसके बाद वहां हंगामा हो गया और केजरीवाल अस्पताल के कर्मी उस मृत बच्चे के परिजनों को पीटने लगे। इस दौरान मीडिया के लोगों से भी अस्पताल कर्मियों की झड़प हुई। बाद में पुलिस ने वहां पहुंचकर मामला शांत कराया।
चमकी प्रभावित परिवारों पर प्राथमिकी
मुजफ्फरपुर के भगवानपुर थानांतर्गत पड़ने वाले हरिवंशपुर गांव के चमकी प्रभावित परिवारों ने अपनी पीड़ा व्यक्त करने के लिए सीएम के पिछले दिनों मुजफ्फरपुर दौरे के दौरान जाम लगाकर उनके काफिले को रोकना चाहा, ताकि वे बिहार के मुखिया से अपनी पीड़ा बयां कर सकें। सीएम ने उनकी पीड़ा तो नहीं सुनी, उल्टे उनके दौरे के पांच दिन बाद अब भगवानपुर पुलिस ने उनपर प्राथमिकी दर्ज कर दी है।
पीड़ित परिजनों ने बताया कि हरिवशंपुर गांव के लोगों को लगा था कि नीतीश कुमार सड़क के रास्ते जाएंगे। इसी उम्मीद में लोगों ने उस रास्ते को जाम कर दिया। लेकिन प्रशासन को यह नागवार गुजरा। भगवानपुर थाने ने गांववालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दिया। इनमें छह लोग ऐसे हैं जिनके बच्चों की चमकी बुखार से मौत हो चुकी है। पुलिस ने रोड घेराव करने वाले 19 नामजद और 20 अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।