‘चमकी’ नई आफत नहीं, 15 वर्ष सोते रहे नीतीश, मरते रहे बच्चे : उपेंद्र
पटना : रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने चमकी बुखार से 170 से अधिक बच्चों की मौत के लिए सीधे—सीधे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दोषी ठहराते हुए कहा कि वे अपने कुशासन पर पर्दा डालने के लिए भाजपा कोटे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे को बली का बकरा बनाना चाहते हैं। यही कारण है कि वे उनका इस्तीफा दिलवाने की मंशा रख रहे हैं।
मुजफ्फरपुर से पटना तक पदयात्रा करेंगे कुशवाहा
राजधानी पटना में एक प्रेस कांफ्रेंस कर कुशवाहा ने कहा कि जब—जब नीतीश कुमार की सरकार उनके कुशासन के कारण मुश्किल में फंसी तब—तब उन्होंने किसी दूसरे पर जिम्मेदारी फेंक कर वहां से निकलने का रास्ता खोज लिया। अब चमकी बुखार पर वे अपनी विफलता को छुपाने के लिए मंगल पांडेय का इस्तीफा मांग रहे हैं। लेकिन इस बार हम उन्हें ऐसा नहीं करने देंगे। उनको बेनकाब करेंगे।
2 जुलाई से शुरू होकर 6 को पटना पहुंचेगी पदयात्रा
श्री कुशवाहा राज्य सरकार की विफलताओं को उजागर करने के लिए 2 जुलाई से मुजफ्फरपुर से पटना तक की पदयात्रा करेंगे। सीएम नीतीश कुमार का इस्तीफा मांगते हुए कुशवाहा ने कहा कि उनकी उदासीनता के कारण ही बिहार में इतने बच्चों की मौत होती रही और वे अपने पार्टी के दूसरे राज्यों में विस्तार की चिंता करते रहे।
श्री कुशवाहा ने कहा कि यदि समय रहते मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बच्चों की मौत पर ध्यान दिया होता तो बिहार इस त्रासदी को बेहतर तरीके से टैकल कर सकता था। चमकी बुखार बिहार के लिए कोई नई आफत नहीं है। उस इलाके में पहले भी बच्चों की इस बीमारी से मौत होती रही है। लेकिन पिछले 15 वर्षों से सत्ता में रही नीतीश सरकार ने इसपर ध्यान ही नहीं दिया। इसीलिए नीतीश कुमार की अंतरात्मा को जगाने के लिए हमने पदयात्रा की योजना बनाई जो 2 जुलाई से शुरू होकर 6 जुलाई को पटना पहुंचेगी। इस पदयात्रा का नाम ‘नीतीश हटाओ-भविष्य बचाओ’ यात्रा होगी।