केंद्र ने बिहार को उपलब्ध कराया 10,000 रैपिड एंटीजन टेस्ट किट
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री चौबे ने नेगेटिव प्रेशर बेड बनाने के लिए एम्स पटना के डॉक्टरों को दी बधाई
पटना: केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि केंद्रीय टीम के अवलोकन के पश्चात बिहार को जो भी आवश्यकता होगी, केंद्र हर संभव मदद उपलब्ध कराएगा। 10 हजार रैपिड एंटीजन टेस्ट किट उपलब्ध कराया गया है। 2,661 बी व 3688 डी टाइप सिलेंडर पहले भेजा गया था। हाल ही में 3739 बी टाइप सिलेंडर डिस्पैच किया गया है। आगे भी टेस्टिंग से संबंधित अन्य चिकित्सीय उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे। अन्य सभी सहयोग आवश्यकता अनुसार बढ़ाए जाएंगे।
चौबे ने कहा कि बिहार सरकार ने कोविड-19 रोकथाम के लिए व्यापक कदम उठाए हैं। केंद्र सरकार सभी तरह का सहयोग उनके आवश्यकतानुसार कर रही है। प्राथमिकता के आधार पर आईसीएमआर ने उत्तर प्रदेश दिल्ली लद्दाख दमन नॉर्थ ईस्ट एवं बिहार को एंटीजन टेस्ट किट उपलब्ध कराया है।
उन्होंने बताया कि कोविड-19 अस्पतालों, सेंटर एवं मेडिकल कॉलेजों में कोरोना वारियर्स के लिए सीएसआर के तहत सिरो सर्विलांस एंटीबॉडी टेस्ट की व्यवस्था बिहार में तो इसकी पहल की जा रही है। यह आईसीएमआर एप्रूव्ड है। कुछ राज्यों ने अपने यहां से शुरू किया है। इससे आम लोगों को भी काफी लाभ होगा।
चौबे ने पटना एम्स के डॉक्टरों द्वारा विकसित नेगेटिव प्रेशर बेड की प्रशंसा की। इसके लिए उन्होंने निदेशक सहित टीम में शामिल सभी डॉक्टरों को बधाई दी। खास तरह से बनाया गया यह बेड खांसने और छीकने से निकलने वाले संक्रमण को बेड के अंदर ही नष्ट करने के बाद मशीन के माध्यम से आईसीयू से बाहर कर देता है।
चौबे ने कोविड संक्रमण काल में एम्स पटना द्वारा थ्री सी (कम्युनिटी केयर फॉर कॉविड) को फोकस में रखते हुए, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग माध्यम से विशेष सलाह सुविधा शुरू करने पर भी प्रसन्नता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि इस तरह की सुविध से लोगों को काफी लाभ होगा। लोगों की परेशानियां भी कम होगी। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री चौबे ने भागलपुर एवं बक्सर के कोविड-19 आइसोलेशन वार्ड की स्थिति का भी जायजा लिया। वहां वेंटिलेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर एवं अन्य चिकित्सीय उपकरण की जानकारी ली।