बिहार के लोगों को पहले एंजियोप्लास्टी उपलब्ध करवाने वाले कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. प्रभात का निधन
पटना : देश में कोरोना से सिर्फ आम लोगों की जान नहीं जा रही है बल्कि कोरोना मरीजों की जान बचाने वाले नामी गरामी डाक्टरों की भी जान जा रही है। बिहार में कोरोना से लगभग 50 से अधिक डॉक्टरों की जान जा चुकी है। ऐसे में ही अब पटना के एक और बडे़ डॉक्टर की कोरोना की वजह से जान चली गई है।
देश के जाने-माने कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. प्रभात कुमार का कोरोना के वजह से निधन हो गया है। वह पिछले कई दिनों से गंभीर रूप से बीमार थे। जिसके बाद उनको एयर एंबुलेंस के जरिए हैदराबाद भेजा गया था। इसके पहले उनका इलाज पटना के मेडिवर्सल हॉस्पिटल में चल रहा था। जहां हैदराबाद के डॉक्टर भी उनके इलाज में लगे हुए थे।
गौरतलब है कि बिहार के लोगों को पहले एंजियोप्लास्टी के लिए एम्स या फोर्टिस जैसे संस्थानों में जाना पड़ता था। लेकिन डॉ. प्रभात ने यह सुविधा पटना में ही उपलब्ध करायी। पटना के राजेन्द्रनगर में मेडिका हार्ट इंस्टीट्यूट को खड़ा करने में उनकी बड़ी भूमिका रही है। वर्ष 1997 में पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद उन्होंने दिल्ली के RML अस्पताल से काम की शुरुआत की। वे इनवेसिव और नन इनवेसिव दोनों तरह के कार्डियक इलाज करते हैं।
आईएमए के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. केके अग्रवाल का भी निधन
वहीं इससे पहले आज ही पद्मश्री डॉ. केके अग्रवाल का कोरोना से निधन हो गया। वह इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और हार्ट केयर फाउंडेशन के प्रमुख भी थे।आईएमए के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अग्रवाल को पिछले सप्ताह एम्स में भर्ती कराया गया था और वह वेंटिलेटर पर थे।