नहीं होगी ज्ञानवापी में मिले शिवलिंग की कार्बन डेटिंग, हिंदू पक्ष को बड़ा झटका
नयी दिल्ली/लखनऊ : काशी विश्वनाथ मंदिर से सटे वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद विवाद मामले में आज शुक्रवार को हिंदू पक्ष को बड़ा झटका लगा। अदालत ने आज ज्ञानवापी मस्जिद में मिले शिवलिंग की कार्बन डेटिंग जांच की मांग खारिज कर दी। जिला जज की अदालत ने सुनवाई के बाद इसे लेकर मुस्लिम पक्ष की ओर से दाखिल की गई आपत्ति के बाद यह आदेश दिया। ज्ञानवापी मस्जिद विवाद में शृंगारगौरी सहित अन्य विग्रहों की पूजा के अधिकार के वाद पर सुनवाई और इस दौरान हुए सर्वे के बाद आज का यह आदेश काफी अहम माना जा रहा है।
सर्वे के दौरान ज्ञानवापी मस्जिद के वजूखाने में शिवलिंग जैसी आकृति मिली थी। उसकी कार्बन डेटिंग सहित अन्य वैज्ञानिक पद्धति से जांच कराने के लिए हिंदू पक्ष के पांच में से चार वादियों की तरफ से अदालत में सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता हरिशंकर जैन व विष्णु शंकर जैन ने प्रार्थना पत्र दिया था। इसके बाद मुस्लिम पक्ष ने इसे लेकर आपत्ति दाखिल की। मुस्लिम पक्ष ने कार्बन डेटिंग जांच पर दो बिंदुओं पर आपत्ति दाखिल की है।
मुस्लिम पक्ष की पहली आपत्ति इसके मूल वाद को लेकर है। उनका कहना है कि यह मामला मूल वाद से संबंधित नहीं है। दूसरा जिसे शिवलिंग बताया जा रहा है, वह वजुखाना में है और उसे सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सील किया गया है। मुस्लिम पक्ष के वकील ने दलील दी कि मस्जिद में मिली शिवलिंग जैसी आकृति के सम्बंध में कार्यवाही रिपोर्ट के विरोध में भी आवेदन दाखिल है। जब तक इसका गुण दोष के आधार पर निस्तारण नहीं हो जाता है, तब तक कोई वैज्ञानिक सर्वेक्षण नहीं हो सकता है।