कैंसर से डरने की नहीं, लड़ने की ज़रूरत, कॉमर्स कॉलेज में व्याख्यान
पटना : कॉलेज आफ कॉमर्स आर्ट्स एण्ड साइंस पटना के जन्तु विभाग और रोटरी कल्ब आफ चाणक्य के संयुक्त तत्वावधान में कैंसर जागरूकता अभियान कार्यक्रम के तहत मंगलवार को ‘सर्वाइकल कैंसर-कारण और निदान’ विषय पर एक व्याख्यान का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता महावीर कैंसर संस्थान की कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ.विनीता त्रिवेदी छात्रों विशेष रूप से छात्राओं को सरवाईकल कैंसर यानि बच्चेदानी के मुंह के कैंसर के कारण और निदान के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारत में यह बीमारी तेजी से बढ़ रही है और ताज़ा आंकड़ों के अनुसार देश में हर आठ मिनट में इस बीमारी से एक महिला की मृत्यु हो रही है। उन्होंने बताया कि बच्चेदानी के मुंह का कैंसर वायरस से होता है और इस बीमारी का इलाज संभव है। उन्होंने बताया कि इस बीमारी से बचाव का टीका उपलब्ध है।
जागरूकता का आभाव महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर का मुख्य कारण
अगर 9—15 वर्ष आयु में ही बच्चियों को यदि इसका टीका लगवा दिया जाए तो इस रोग से बचा जा सकता है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. श्रवण कुमार ने कहा कि कैंसर से डरने की नहीं लडऩे की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि जागरूकता ही इस बीमारी से छुटकारा दिला सकती है। वरिष्ट रेडियोलॉजिस्ट डॉ. श्वेता रावत एचपीवी वाइरस का कोई लक्षण नहीं होता है इसलिए इस की स्क्रिनिंग कराना आवश्यक है। विशेषज्ञों के अनुसार साफ सफाई का आभाव, धुम्रपान और यौन संबंधों में लापरवाही सर्वाइकल कैंसर यानि बच्चेदानी के मुंह के कैंसर का मुख्य कारण है।
सर्वाइकल कैंसर से हर आठवें मिनट में एक महिला की मौत
व्याख्यान का उद्घाटन करते हुए प्रधानाचार्य प्रो तपन कुमार शांडिल्य ने देश में कैंसर के मरीजों विशेष रूप से महिलाओं में कैंसर की बढ़ती संख्या पर चिंता व्यक्त करते हुए छात्र – छात्राओं को इस बीमारी के प्रति अपने घर परिवार और समाज में महिलाओं और पुरुषों को जागरूक करने की सलाह दी। जागरूकता कार्यक्रम को कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. श्रद्धा चखियार, डॉ.संजीव, डॉ. रुपा और रोटरी क्लब की पूर्व गवर्नर डॉ. बिन्दु सिंह ने भी संबोधित किया। इस अवसर अन्य लोगों के अलावा डॉ. मनोज कुमार, प्रो. ए. के. नाग, प्रो. संतोष कुमार, प्रो. सलोनी कुमार, प्रो. रश्मि आखौरी समेत बड़ी संख्या में शिक्षक और छात्र – छात्राएं उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान विशेषज्ञों ने सर्वाइकल केंसर से संबंधित छात्रों के प्रश्नों के उत्तर भी दिए।