नयी दिल्ली: एसीडिटी और पेट की बीमारियों में काम करने वाली तथा भारत में धड़ल्ले से उपयोग की जा रही एसीलॉक, रैनटिडाइन जैसी मशहूर दवाओं को केंद्र की मोदी सरकार ने आवश्यक सूची से हटा दिया है। कुल 26 दवाओं को आवश्यक सूची से हटाया गया है। बताया गया कि इन दवाओं को कैंसर पैदा करने वाली चिंताओं के चलते हटा दिया गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया ने आज मंगलवार को आवश्यक दवाओं की एक संशोधित राष्ट्रीय सूची जारी की जिसमें 27 श्रेणियों की 384 दवाएं शामिल हैं। इस सूची में जो दवाएं शामिल नहीं की गईं उनमें रैनटिडाइन, रैनटेक, एसिलॉक और जिनटेक का नाम शामिल है। इस दवाओं को समूचे भारत में विभिन्न ब्रांडों से धड़ल्ले से आम लोगों को बेचा जाता है। इन दवाओं से कैंसर पैदा होने की आशंका के चलते यह निर्णय लिया गया है।
दवाओं की नई राष्ट्रीय सूची में 34 नई दवाओं को शामिल किया गया है तथा सूची की कुल दवाओं की संख्या 384 हो गई है। कई एंटीबायोटिक्स, टीके और कैंसर रोधी दवाएं सूची में शामिलकी गईं हैं जिससे दवाओं के दाम सस्ते होने का अनुमान है। यह भी कहा गया कि जो दवाएं हटाईं गईं उनका बेहतर विकल्प उपलब्ध है।