पटना : बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर लंबे समय से फंसा पेंच अब सुलझ गया है। नीतीश मंत्रिमंडल का विस्तार कल दोपहर 12 बजकर 30 मिनट से शुरू होगा। यह समारोह राजभवन के राजेंद्र मंडपम में होगा।
जानकारी हो कि मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर यह कहा जा रहा था कि नीतीश कुमार की पार्टी जदयू और भाजपा के बीच कुछ विभागों को लेकर पेंच फंसी हुई थी। इसके कारण ही मंत्रिमंडल के विस्तार में अधिक समय लग रहा था। इसको लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह भी कहा था कि भाजपा के तरफ से मंत्रिमंडल विस्तार में देर हो रही है अगर बात हमारे हाथों में रहती तो मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया होता। वहीं अब तक मंत्रिमंडल का विस्तार होने के कारण विपक्ष भी हमलावर था।
बहरहाल बिहार में एनडीए की सरकार है और जिसमें भाजपा, जदयू ,हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा, विकासशील इंसान पार्टी शामिल है। बिहार विधानसभा में सदस्यों की संख्या 243 है। इसके 15 फ़ीसदी विधायक मंत्री बन सकते हैं। इससे यह साफ है कि बिहार मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री समेत कुल 36 लोग ही शामिल हो सकते हैं। इसको देखते हुए वर्तमान में नीतीश कैबिनेट में कुल 21 लोग शामिल हो सकते हैं। हालांकि मंत्रिमंडल विस्तार में किन के नामों पर मोहर लगी है इसकी अभी तक घोषणा नहीं की गई है।
इन चेहरों की चर्चा तेज
वहीं, राजनीतिक सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार बिहार मंत्रिमंडल विस्तार में भाजपा कोटे से 9 तो जदयू कोटे से 8 मंत्री बन सकते हैं। इसमें से भाजपा कोटे से भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और बिहार विधानसभा परिषद सदस्य शाहनवाज हुसैन के नामों की चर्चा तेज है। इसके अलावा सम्राट चौधरी, नितिन नवीन, संजय सरावगी, संजीव चौरसिया, नीतीश मिश्रा, नितिन नवीन व संजय पासवान के नामों की चर्चा हो रही है। हालांकि, अभी फ़ोन सिर्फ शाहनवाज हुसैन को गया है।
वहीं, जदयू की तरफ से बात करें तो लेसी सिंह, रिंकू सिंह, जयंत राज, श्रवण कुमार, संजय झा, मदन सहनी, नीरज कुमार के नामों की चर्चा हो रही है।
मालूम हो कि बिहार विधान सभा चुनाव 2020 के परिणाम आने के बाद एनडीए को पूर्ण बहुमत प्राप्त हुई थी। जिसके बाद 16 दिसंबर को नीतीश कुमार के साथ 16 मंत्रियों ने शपथ ग्रहण किया था। जिसमें से एक मंत्री ने अपना इस्तीफा इस्तीफा सौंप दिया था।