गया : नागरिकता कानून को लेकर भारतीय जनता पार्टी जनसंपर्क अभियान प्रेस वार्ता और रैली का आयोजन कर नागरिकता कानून को लेकर फैले भ्रम को दूर कर रही है। इसी सिलसिले में भाजपा के कद्दावर नेता और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एकदिवसीय दौरे पर बिहार के गाय पहुंचे थे। जहाँ योगी आदित्यनाथ ने अपने सम्बोधन के शुरुआत में कहा कि हमारे गुरु के गुरुदादा गंभीरनाथ जी यहीं की कलकल धारा के किनारे बैठकर सिद्धि प्राप्त की थी। इसलिए इस पावन मिट्टी से मेरा विशेष लगाव है। महात्मा बुद्ध को गया में जो ज्ञान प्राप्त हुआ वह विश्व मानवता के कल्याण का माध्यम बना। महात्मा बुद्ध के ज्ञान की धरती और इस सृष्टि के पालक भगवान विष्णु की नगरी को मैं कोटि-कोटि नमन करता हूं। भगवान बुद्ध पूर्वी उत्तर प्रदेश में कपिलवस्तु से ही ज्ञान प्राप्त करने हेतु गया में पधारे थे।
योगी ने घुसपैठियों को बाहर निकालना और शरणार्थियों को शरण देना भारत की सदियों पुरानी परंपरा रही है। तथा यही परंपरा का निर्वहन नरेंद्र मोदी सरकार करने की कोशिश कर रही है। योगी ने कहा कि आज़ादी के बाद 1950 में पकिस्तान में व्यापक स्तर पर वहां के अल्पसख्यंकों का धर्मांतरण और कत्लेआम हुआ। जिसके बाद दिनों देश के प्रधानमंत्री ने नेहरू लियाकत समझौता किया। जिसमें यह कहा गया कि दोनों देश अल्पसंख्यंकों की रक्षा करेंगे। लेकिन , इसका निर्वहन सिर्फ भारत ने किया पकिस्तान ने नहीं किया।
योगी ने कहा कि भारत में रहकर जो भारत के विकास के लिए जो अपना योगदान देना चाहते हैं उनका स्वागत है। योगी ने कहा कि भारत में एक समुदाय विशेष को आगे बढ़ने के लिए विशेष प्रकार का छूट दिया गया, प्रोत्साहन दिया गया इसलिए वो आगे बढे। लेकिन, पकिस्तान में ऐसा नहीं हुआ जिसके कारण आज़ादी के समय वहां की हिन्दू आबादी 23 प्रतिशत थी जो कि अब एक प्रतिशत हो गई है। इसलिए मोदी सरकार ने यह कानून लायी है ,इसमें नागरिकता दिया जाता है नागरिकता छिनी नहीं जाती है।
Rakesh mishra