पटना : डीएसपी बनाने की एवज में 30 लाख की घूस मांगने के मामले में बीपीएससी के पूर्व मेंबर राम किशोर सिंह की विजिलेंस ने चौतरफा घेराबंदी शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार उनके और कैंडिडेट के बीच बातचीत की फोन रिकॅार्डिंग अब उन्हें महंगी पड़ने वाली है। निगरानी ने उन तमाम साक्ष्यों को जुटा लिया है जिससे यह प्रमाणित हो सकता है कि उन्होंने डीएसपी बनाने के लिए बाजाप्ता 30 लाख रूपये की मांग की।
आज गुरुवार को यहां विजिलेंस में इस बात को लेकर व्यस्तता रही कि राम बाबू के खिलाफ एकत्र साक्ष्यों को कैसे पुष्ट किया जाए। वैसे, विजिलेंस का दावा है कि उसके पास एकत्र साक्ष्य पुष्ट हैं। दूसरी ओर, रामकिशोर सिंह का कहना है कि उक्त टेप को वे चैलेंज करेंगे। उनकी आवाज नहीं है। उन्हें फंसाया गया है। उनके अपने ही लोगों ने उन्हें फंसाया है।
दूसरी ओर बीपीएससी के अभ्यर्थी उबाल में हैं कि आखिर बिहार में ऐसा खेल चलता है। हताशा में अभ्यर्थी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले हैं। एक छात्र ने बताया कि पूरे सिस्टम में ही ओवरहाॅलिंग की जरूरत है।
वैसे, विजिलंस के एक उच्चाधिकारी ने बताया कि निकट भविष्य में इस बारे में निर्णय ले लिया जाएगा। विभाग पूरी तैयारी में है। कोई चैलेंज करेगा, तो करे। एफएसएल में वॉयस टेस्ट में दूध और पानी अलग हो जाएगा।
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