‘बॉयकाट चाइना’ से जुड़े गया के होटल, चीनियों की ‘नो इंट्री’ को भारी समर्थन
गया : बिहार की पर्यटन नगरी बोधगया में होटल संचालकों ने चीनी पर्यटकों के लिए अपने यहां नो इंट्री का बोर्ड टांग दिया है। भारत-चीन के बीच लद्दाख और सिक्कित में चल रहे सीमा विवाद के बीच बॉयकाट चाइना मुहिम के तहत यह कदम उठाया गया है। बिहार में भगवान बुद्ध की ज्ञान स्थली बोधगया चीनी तीर्थयात्रियों के लिए एक बड़ा पर्यटक केंद्र है। लेकिन अब यहां चीनी नागरिकों को ठहरने के लिए कोई भी होटल कमरा नहीं देगा। होटल संचालकों के एसोसिएशन ने रेस्टोरेंट में भी उनके प्रवेश को निषिद्ध कर दिया है। गया के होटलों के इस बॉकाट चाइना मुहिम को सोशल मीडिया और आम—आवाम के बीच जबर्दस्त समर्थन मिल रहा है।
पर्यटन नगरी बोधगया के होटलों में चीनियों के लिए दरवाजे बंद
बोधगया होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ने एक बैठक कर यह निर्णय लेते हुए कहा कि चीन की नीतियों के विरोध में हम भी बोधगया आनेवाले चीनी यात्रियों का बहिष्कार करेंगे। विदित हो कि बोधगया स्थित महाबोधी मंदिर में हर साल हजारों चीनी नागरिक भगवान बुद्ध के दर्शन करने आते हैं।
पहले गया के लोग चीनी नागरिकों का अतिथि देवो भव: के संस्कार के अनुरूप स्वागत सम्मान करते थे, लेकिन चीन ने लद्दाख के गलवान घाटी में जो विश्वासघात किया उससे स्थिति बदल गई है। इसके लिए होटल के बाहर बजाप्ता नोटिस भी लगा दिया गया है। नोटिस पर चायनीज टूरिस्ट नॉट एलाऊ और बायकॉट चाइना गेस्ट लिखा है।