बोचहां उपचुनाव परिणाम से VIP में खुशी, भाजपा बोली- व्यक्तिगत नाराजगी पड़ी भारी
पटना : 12 अप्रैल को हुए बोचहां उप चुनाव के परिणाम घोषित होने के बाद भूमिहारों के गढ़ माने जाने वाले यह सीट पर सवर्णों की पार्टी माने जाने वाली भाजपा इस सीट को गंवा दी है। राजद उम्मीदवार अमर कुमार पासवान ने 36653 वोट से जीत हासिल की। वहीं, इस सीट को हारने के बाद बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर संजय जायसवाल ने कहा कि बोचहां विधानसभा में कार्य कर रहे सभी भाजपा कार्यकर्ताओं को मैं आभार प्रकट करता हूं। आप सब लोगों ने काफी मेहनत किया था पर व्यक्तिगत नाराजगी और व्यक्तिगत सहानुभूति इस हमारी मेहनत पर भारी पड़ी।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इन सब चीजों के बीच भी भाजपा को वोट देने वाले सभी नागरिकों को भी धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने हम लोगों पर भरोसा किया। वहीं, इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम जल्द ही अपनी कमियों को दूर करने के लिए औरअधिक मेहनत तथा और अधिक ईमानदार तरीके से प्रयास करेंगे।
वहीं, अपनी पार्टी के उम्मीदवार के हार के बाबजूद मुकेश सहनी काफी खुश नजर आ रहे हैं। सहनी द्वारा राजद के जीत पर मिठाई बांटी जा रही है। सहनी का कहना है कि, यहां उनकी लड़ाई सिर्फ भाजपा से थी इसमें वो और उनकी पार्टी सफल हुई है। यहां भाजपा का इतना बुरा हाल उनकी ही वजह से हुई है। बता दें कि, सहनी से यहां से गीता देवी को अपना उम्मीदवार बनाया था जो कि रमई राम की बेटी हैं।
वहीं, दूसरी तरफ बोचहां में बड़ी जीत मिलने से गदगद तेजस्वी यादव ने बोचहां की जनता को जीत की बधाई दी है। तेजस्वी ने ट्वीट कर लिखा है कि बोचहां के जनता मालिकों को हार्दिक धन्यवाद। विधानसभा उपचुनाव में बेरोजगारी, महंगाई एवं बदहाल शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि व विधि व्यवस्था से त्रस्त जनता ने डबल इंजन सरकार तथा अवसरवादी NDA ठगबंधन में शामिल 4 दलों की जनविरोधी नीतियों व अहंकार को अकेले परास्त करने का न्यायप्रिय कार्य किया है।
इसके साथ ही साथ राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा है कि बोचहां की जनता ने बड़ा संदेश देने का काम किया है। बोचहां का जनादेश वर्तमान बिहार सरकार के खिलाफ जनता की आवाज है। उन्होंने कहा कि बोचहां का नतीजा भाजपा और नीतीश कुमार के नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह है। उन्होंने कहा कि भाजपा और वीआईपी को मिलाकर जितने वोट मिले हैं उससे अधिक वोट राजद के खाते में आए हैं। बोचहां सीट ने बिहार ही नहीं बल्कि देश की राजनीति के लिए बड़ा संदेश दिया है।