विशेष राज्य के दर्जे पर BJP का JDU को करारा जवाब,कहा – अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ सहमति बना कर करें मांग
पटना : बिहार एनडीए में सियासी उठापटक जारी है। चाहे मामला उत्तर प्रदेश में भाजपा जदयू गठबंधन का हो या फिर बिहार विधान परिषद चुनाव में सीट शेयरिंग के फार्मूले को लेकर हो वर्तमान में जदयू और भाजपा के बीच फनी हुई नजर आ रही है। लेकिन इसी कड़ी में जदयू द्वारा बार बार भाजपा से विशेष राज्य के दर्जे की मांग को लेकर उसको बैकफुट पर धकेलने की कोशिश की जा रही है। जदयू के राष्ट्रीय जनता दल से हर रोज ट्विटर के जरिए ट्वीट कर इसकी मांग प्रधानमंत्री मोदी से कर रहे हैं। इस बीच उनकी मांग को लेकर बिहार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के तरफ से प्रतिक्रिया दी गई है।
जितनी खुशी उनको होगी उससे कहीं अधिक खुशी मुझे भी होगी
बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि यदि बिहार को कुछ मिलता है तो जितनी खुशी उनको होगी उससे कहीं अधिक खुशी मुझे भी होगी। लेकिन यह बात किसी को नहीं भूलना चाहिए कि आंध्र प्रदेश के बंटवारे के वक्त जो वादा किया गया था उसे कांग्रेस की सरकार भी पूरा नहीं कर पाई।
विकास परिषद के नियमों के कारण यह सुविधा नहीं
संजय जायसवाल ने कहा कि विशेष राज्य का दर्जा आंध्र प्रदेश को दिया जाना था लेकिन राष्ट्रीय विकास परिषद के नियमों के कारण यह सुविधा नहीं मिल पाई है। ऐसे में यदि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सही मायने में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलवाना चाहते हैं तो उन्हें देश के अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ आपसी सहमति बनानी चाहिए।
अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री के साथ सहमति बनाना अपने आप में एक टेढ़ी खीर
जानकारों की माने तो, संजय जयसवाल ने अपने बयानों के जरिए जदयू कष्टि अध्यक्ष ललन सिंह पर बहुत बड़ा हमला किया है क्योंकि उन्होंने कहा कि ललन सिंह को अन राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ आपसी सहमति बनानी चाहिए जबकि अभी भी कई ऐसे राज्य हैं जहां के मुख्यमंत्री विशेष राज्य के दर्जे पर सहमत नहीं है। ऐसे में उन राज्यों के मुख्यमंत्री के साथ सहमति बनाना अपने आप में एक टेढ़ी खीर है। हालांकि संजय जायसवाल के बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि भाजपा अब जदयू के हर एक सवालों का बखूबी से जवाब तैयार कर रखी है।
देश के प्रधान-बिहार पर दें ध्यान
दरअसल, जदयू राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने एक बार फिर से ट्वीटर के जरिए बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग दुहराई है। उन्होंने ट्वीटर पर हैशटैग ‘देश के प्रधान-बिहार पर दें ध्यान’ के साथ कहा है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना जरूरी है। ललन सिंह ने इसको लेकर दो ट्वीट किये हैं, जिसमें उनके वीडियो भी है।
जबकि इस मांग को लेकर राजनीतिक जानकारों का मानना है कि बिहार या किसी दूसरे राज्य को स्पेशल राज्य का दर्जा देना फिलहाल मोदी सरकार के बस की बात नहीं है। इसको लेकर केंद्र सरकार ने संसद तक में स्थिति स्पष्ट कर चुकी है। लेकिन इसके बावजूद जेडीयू लगातार इस सवाल को उठाकर बिहार में अपने ही सहयोगी दल को असहज करने की कोशिश की जा रही है, ताकि आगामी चुनाव को लेकर भाजपा पर दबाव बनाया जा सके।