पटना : बिहार की विधि-व्यवस्था सवालों के घेरे में है। सुदूर जिलों की बात तो छोड़िए राजधानी पटना की विधि-व्यवस्था भी रामभरोसे ही दिखती है। नवगठित सरकार सुशासन का दावा करती है लेकिन, नवगठित सरकार में शामिल सबसे बड़े दल के मुखिया ने अपनी ही सरकार के कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
दरअसल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखा है, जिसमें उन्होंने गृह विभाग के अंतर्गत आने वाले पुलिस महकमे की कार्यशैली पर सवाल खड़े किये हैं। जायसवाल ने फेसबुक पर लिखा है कि सुबह बेतिया से पटना की ओर चला हूं। रास्ते में सेमरा में जनता ने सड़क जाम किया था। उनसे मिलने पर पता चला कि सेमरा में आए दिन चोरी हो रही है और आज जब गांव वालों ने चोर को पकड़ने का प्रयास किया तो वह मोटरसाइकिल छोड़कर भागने में सफल हुआ।
जायसवाल ने आगे लिखा कि तुरकौलिया थाना प्रभारी को फोन किया गया तो उल्टे में वह गांव वालों को धमकाने लगा कि हम आएंगे तो तुम ही लोगों को गिरफ्तार करेंगे। पूर्वी चंपारण के थानों में बहुत अव्यवस्था हो गई है। रक्सौल से लेकर मोतिहारी तक लगातार अपराध की घटनाएं हो रही हैं और मोतिहारी पुलिस प्रशासन अपराधियों को पकड़ने में अक्षम सिद्ध हो रहा है।
जायसवाल ने अधिकारियों के वर्चस्व का नमूना प्रस्तुत करते हुए लिखा कि रक्सौल हत्याकांड के बारे में भी मैंने बात किया था नतीजा अभी तक नहीं निकला। मैं आज स्वयं डीजीपी से मिलकर पूर्वी चंपारण जिले के कानून व्यवस्था के बारे में बात करूंगा। ऐसे में जब पुलिस अधिकारी सरकार में शामिल सबसे बड़े दल के मुखिया के साथ-साथ एक जनप्रतिनिधि का बात नहीं मानती है तो आम लोगों का क्या?