पटना : बिहार के पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर की जयंती पर पटना स्थित भाजपा कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने जहां राजद पर अतिपिछड़ों को ठगने का आरोप लगाया, वहीं उन्होंने केंद्र सरकार से कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की मांग कर डाली। डिप्टी सीएम ने इसके साथ ही केंद्र सरकार से जाति आधारित जनगणना पर विचार करने की बात भी दोहराई।
एनडीए राज में 1600 पिछड़ा-अतिपिछड़ा मुखिया
प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित कर्पूरी जयंती कार्यक्रम में बिहार बीजेपी के तमाम बड़े नेता शामिल हुए। इस मौके पर सुशील मोदी ने कहा कि 2015 के विस चुनाव में राजद ने सिर्फ 5 अति पिछड़ों को टिकट दिया। जबकि बीजेपी ने 25 सीटों पर प्रत्याशी अति पिछड़ा समाज से उतारा था। वहीं जेडीयू ने भी 16 टिकट अतिपिछड़ों को दिये। श्री मोदी ने कहा कि जब बिहार में भाजपा—जदयू की सरकार बनी तो हमलोगों ने पंचायतों में आरक्षण लागू किया। जबकि 15 सालों तक राज करने वाले लालू–राबड़ी ने सिर्फ गरीबों-पिछड़ों का शोषण किया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की वजह से हीं आज बिहार में पिछड़ा-अति पिछड़ा समाज के 1600 से अधिक मुखिया हैं।
जातिगत जनगणना का भी किया समर्थन
सुशील मोदी ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की केंद्र सरकार से मांग की तथा यह भी कहा कि जनगणना भी जाति आधारित होनी चाहिए। इसके लिए केंद्र सरकार को जनगणना में जाति का कॉलम जोड़ना चाहिए। डिप्टी सीएम ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर ने सभी जातियों के लिए आरक्षण लागू किया। उन्होंने जब बिहार में आरक्षण लागू किया में 3 फीसदी गरीब सवर्णों के लिए भी आरक्षण दिया। उसी तर्ज पर हमारी सरकार ने 10 फीसदी आरक्षण सवर्णों को दिया है।