‘बीजेपी मुक्त भारत’ कैसे आया चर्चा में? पढ़िए यहां
बात साल 2014 के आमचुनावों की है, जब भाजपा ने ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ का नारा दिया था। सोशल मीडिया से लेकर नुक्कड़ों तक इस नारे की चर्चा हुई थी। उस समय भाजपा नेताओं ने सोचा भी नहीं होगा कि कुछ साल बाद यही नारा उलटकर भाजपा के लिए कहा जाएगा। यानी ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ के स्थान पर ‘बीजेपी मुक्त भारत’।
अब सीधे 2019 में आ जाइए और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद हो रहे राजनीतिक ड्रामे को याद कीजिए। अजित पवार के समर्थन से देवेंद्र फडणवीस दूसरी बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ तो ले ली, लेकिन 80 घंटे के अंदर उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। चुनाव परिणाम के बाद और फडणवीस के शपथग्रहण के पहले शिवसेना की आलोचना सोशल मीडिया पर हो रही थी। ‘शिवसेना चीट्स महाराष्ट्र’ और ‘शिवसेना चीट्स बालासाहेब’ हैशटैग ट्रेंड कर रहे थे। राजनीतिक विश्लेषक से लेकर और सोशल मीडिया यूजर तक उद्धव ठाकरे को स्वार्थी बताने में लगे हुए थे, वहीं दूसरी ओर 105 सीट जीतने वाली भाजपा के प्रति लोगों की सहानुभूति थी।
लेकिन, फडणवीस के शपथग्रहण और 80 घंटे के अंदर इस्तीफे ने सारी बाजी वलट दी। अब आलोचनाओं के तीर भाजपा की ओर मुड़ गए हैं। यही कारण है कि ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ का नारा देने वाली भाजपा के खिलाफ आज यानी 27.11.2019 को ट्वीटर पर #BjpMuktBharat हैशटैग ट्रेंड कर रहा है। खबर लिखे जाने तक 13 हजार से अधिक ट्वीट इस हैशटैग के साथ हुए हैं। इसके अलावा #BJPMeJaoCleanCheatPao, #रामसेना_से_सोनियासेना (16 हजार) #MahaTwist (10 हजार), #UddhavThackarey (6.6 हजार) आदि प्रमुख हैशटैग हैं।
ट्वीटर ट्रेंड से यह स्पष्ट हो रहा है कि आमजन की सहानुभूति, जो कल तक भाजपा के लिए थी, अब कड़ी आलोचना बनकर सामने आने लगी है।