BJP के मंत्री ने कहा – 2017 में साथ मिलकर सरकार बनाना चाहते थे तेजस्वी !
पटना : बिहार की राजनीति गलियारों में इन दिनों नेता विपक्ष द्वारा भाजपा के कद्दावर नेता का राजद में शामिल होने का प्रकरण काफी चर्चा में बना हुआ है। जहां राजद के तरफ से कहा जा रहा है कि वर्तमान के केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किसी भी पद पर नहीं थे तो भाजपा से नाता तोड़ राजद में शामिल होने आए थे। तो वहीं,इस मामले में भाजपा का कहना है कि तेजस्वी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है, इस कारण इस तरह का बयान दे रहे हैं। इसी कड़ी में अब बिहार सरकार के एक मंत्री ने पूरे मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी है।
बिहार सरकार के मंत्री जीवेश मिश्रा ने बुधवार को पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि तेजस्वी यादव द्वारा गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय को लेकर बयान दिया है वो बेतुका बयान है। मंत्री ने कहा कि नेता विपक्ष को जब लिखित पढना था तो पढ़ नहीं पाए और ये बोल रहे हैं कि नित्यानंद राय उनके शरण के जा रहे थे। ऐसे तो मैं भी कह सकता हूँ कि जब 2017 में गढ़बंधन टूट रहा था तो वो बीजेपी के पास आना चाह रहे थे।
नित्यानंद राय के बढ़ते कद से वो काफी परेशान तेजस्वी
जीवेश मिश्रा ने कहा कि तेजस्वी यादव के बयान से प्रमाणित है कि नित्यानंद राय के बढ़ते कद से वो काफी परेशान हैं। राजद यादव राजनीति को प्राइवेट लिमिटेड पार्टी समझ रही थी लेकिन अब यादव समाज के साथ-साथ पुरे बिहार से नित्यानंद राय को स्नेह और प्यार मिल रहा है तो तेजस्वी यादव को तकलीफ और जलन हो रही है। यदि नित्यानंद राय ने उनकी पार्टी में आने की इच्छा जताया था तो उस वक्त उनको आकर बोलना चाहिए था। तेजस्वी मिडिया में सुर्खियाँ बटोरने के लिए कुछ भी बयानबाजी रहते हैं।
सिर्फ पैकेट बंद अनाज पर जीएसटी
इसके अलावा मंत्री ने खाद वस्तुओं पर लगने वाले जीएसटी को लेकर कहा कि कुछ दिन पहले चंडीगढ़ में जीएसटी काउंसिल की मीटिंग हुई थी जिसमें सभी लोगों ने यह सहमति जतायी थी कि पैकेट बंद अनाज जीएसटी होना चाहिए ताकि कर चोरी रुक सके और संतुलित प्रकार से व्यापार हो सके। सभी राज्यों ने इसका समर्थन किया। ममता बनर्जी और केजरीवाल ने इसका समर्थन किया। आज इसके विरोध का कोई कारण नहीं है। जबकि इसमें केवल पैक सील अनाज को दायरे में रखा गया है। खुदरा अनाज आज भी जीएसटी से मुक्त किया गया है। मंत्री ने कहा कि आज भी गांव गरीब में किसान खुदरा अनाज खरीदते हैं। इस खुदरा अनाज पर जीएसटी नहीं लागू है।
पीएफआई हो प्रतिबंधित
इसके अलावा सबसे महत्वपूर्ण बात उन्होंने कहा कि पीछले कुछ दिनों से बिहार में आतंकी संगठनों की नजर में आ गया है, ऐसे में यदि किसी भी आतंकी घटना में पीएफआई की संलिप्तता की प्रामाणिकता आ जाती है तो निश्चित रूप से उसे प्रतिबंधित किया जाए। राष्ट्रविरोधी ताकतें समय-समय पर अपने फन उठाती है। 2014 से पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जब से सरकार बनी है, आतंकवादियों को कुचलने में लगी है। पीएफआई पर अभी कई तरीके की जांच चल रही है। देश की सबसे प्रतिष्ठित संस्था इसकी जांच कर रही है तो इसके बारे में अभी कुछ भी बोलना उचित नहीं है। जांच रिपोर्ट में यदि आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्तता पाई जाएगी तो उनपर कड़ी कार्रवाई होगी।