भाजपा : दिलीप सैकिया लेंगे भूपेंद्र की जगह, बिहार में प्रभारी बदलने की चर्चा तेज
पटना : केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार के बाद जिन नेताओं के पास सांगठनिक तौर पर राज्य का प्रभार था, उसे वापस लिया जाएगा। इस कड़ी में केंद्रीय कैबिनेट में शामिल हुए शाह के विश्वासपात्र, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव सह बिहार व गुजरात के प्रभारी भूपेंद्र यादव, जिनसे कैबिनेट के इतर जो भी सांगठनिक जिम्मेदारी थी, उसे वापिस लिया जा सकता है।
अब सवाल यह है कि भूपेंद्र यादव के बदले बिहार का प्रभार किसे दिया जाएगा। हाल के कुछ दिनों तक यह चर्चा थी कि बिहार का सह प्रभारी हरीश द्विवेदी को बिहार भाजपा का प्रभारी बनाया जा सकता है। लेकिन, इस बीच चौंकाने वाला नाम सामने आया है। चर्चाओं की मानें तो दिलीप सैकिया को बिहार भाजपा का प्रभारी बनाया जा सकता है। सैकिया फिलहाल भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री, असम के मंगलदोई से लोकसभा सदस्य, अनुसूचित जनजाति मोर्चा व झारखंड भाजपा के प्रभारी हैं।
सैकिया फिलहाल तीन दिवसीय यात्रा पर बिहार पहुंचे हैं। इस दौरान वे उत्तर बिहार के कई जिलों में बैठकें कर रहे हैं। सैकिया मंगलवार और बुधवार को गोपालगंज, बेतिया, मोतिहारी, मुजफ्फरपुर और वैशाली जिले में अलग-अलग बैठक कर संगठन की नब्ज टटोल चुके हैं। आज यानी गुरुवार को वे प्रदेश भाजपा मुख्यालय में पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। फिर बिहार सरकार में शामिल भाजपा कोटे के मंत्रियों के साथ भी बैठक करेंगे।
बताया जाता है कि केंद्रीय नेतृत्व के तरफ से सैकिया को बिहार का नब्ज टटोलने के लिए भेजा गया है। हालांकि, जिस तरह से वे प्रदेश के कद्दावर व महत्वपूर्ण नेताओं के साथ बैठक कर हैं, उस अनुसार यह कहा जा रहा है कि नड्डा उन्हें बिहार भाजपा की जिम्मेदारी दे सकते हैं।
खत्म होगा गुटबाजी!
वहीं, सूत्रों की मानें तो भूपेंद्र यादव के बिहार प्रभारी रहते हुए संगठन में काफी दखल हो गया था, दबी जुबान यह भी चर्चा होती थी कि उनके कारण बिहार भाजपा में एक गुट व विशेष जाति का दबदबा बढ़ने लगा है। इस कारण सांगठनिक विस्तार में कहीं-कहीं परेशानी हो रही थी। तथा उनके रहते हुए वैसा गुट मजबूत हो रहा था जो कि भाजपा का न ही कैडर वोटर है न ही वह समाज मजबूती से भाजपा के साथ खड़ी होती है। इस लिहाज से भूपेंद्र से आज न कल बिहार प्रभारी का पद जाना तय था!