MLC चुनाव से बड़ा डैमेज कंट्रोल कर गई BJP, दो जातियोंं को दिया खुश करने वाला मैसेज
पटना : भारतीय जनता पार्टी ने बिहार में एमएलसी चुनाव के लिए हरि साहनी और अनिल शर्मा को उम्मदवार बनाकर मानसिक दबाव बना रहे राजद और जदयू दोनों को बैकफुट पर ला दिया। दरअसल बोचहा उपचुनाव के परिणाम के बाद राजद और जदयू दोनों बीजेपी पर मानसिक बढ़त बनाने की हवा उड़ा रहे थे। बोचहा में एकसाथ साहनी और व्रह्मर्षी वोटरों के बीजेपी का साथ छोड़ने की बात कही जा रही थी। अब एमएलसी चुनाव में भाजपा ने हरि साहनी और अनिल शर्मा को टिकट देकर यह संदेश दे दिया कि उनका बेस वोट बैंक उनका ही रहेगा। वह छिटकेगा नहीं।
बोचहा में मिले सबक की हरि साहनी से भरपाई
हरि साहनी और अनिल शर्मा, दोनों ही बीजेपी के कर्मठ नेता रहे हैं। दोनों ने वर्षों से संगठन में काम किया और प्रमुख पदों पर जिम्मेवारी निभाई। हरि साहनी दरभंगा जिला भाजपा के अध्यक्ष रह चुके हैं। उन्हें केवटी से पिछली बार के चुनाव में प्रत्याशी बनाने की घोषणा भी की गई थी लेकिन अंतिम क्षण में रणनीति बदलनी पड़ी। अब मल्लाह जाति से आने वाले हरि साहनी को एमएलसी चुनाव में उतार कर बीजेपी ने मुकेश साहनी के जाने से नाराज इस जाति के लोगों को बड़ा संदेश दिया है।
अनिल शर्मा के बहाने ब्रह्मर्षी समाज को साधा
बोचहा से मिले सबक में एक और बात कही गई कि वहां ब्रह्मर्षी समाज बीजेपी से नाराज हो गया था और इसी से भाजपा चुनाव हार गई थी। यही नहीं, राजद के तेजस्वी यादव ने परशुराम जयंती में पहुंचकर भाजपा के लिए खतरे की घंटी बजा दी थी। साफ लगा कि ब्रह्मर्षी वोटर भाजपा से नाराज चल रहा है। इसी को देखते हुए एमएलसी चुनाव में भाजपा ने अपने प्रत्याशी के तौर पर अनिल शर्मा को टिकट दिया।
अनिल शर्मा 32 वर्षों से भाजपा के कर्मठ सिपाही बने हुए हैं। वे पार्टी में कई महत्वपूर्ण पदों पर काम कर चुके हैं और कई बार उनका नाम राज्यसभा और विधान परिषद के लिए पूर्व में प्रस्तावित हो चुका है। श्री शर्मा जहानाबाद में भूमिहार जाति से आते है। इस बार अनिल शर्मा को टिकट देकर भाजपा ने भूमिहार समाज को बड़ा मैसेज दिया कि पार्टी उनकी कभी उपेक्षा कर ही नहीं सकती।