पटना : भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि राजद की पहचान देश-प्रदेश में एक ऐसे दल के रूप में है, जिसमें बड़े से लेकर छोटे और बुजुर्ग से लेकर युवा तक के नेताओं को ढंग से बोलने का ज्ञान भी नहीं है। ये लोग राजनीतिक बयानबाजी का सलीका भी नहीं सीखे।
अरविंद सिंह ने कहा कि राजद का युवा और नौसिखिया नेता अगर अनाप-शनाप बोलता है, तब उनकी कम उम्र को देखते हुए क्षमा कर दिया जाता है। लेकिन, अगर उसके बुजुर्ग नेता भी ‘भौंकने’ की भाषा बोलते हैं, तो यहीं कहा जा सकता है कि राजद का यही संस्कार है। इस कुत्सित संस्कार की वजह से ही राजद में अच्छे लोग नहीं टिकते और उसे लुच्चा लफंगा की पार्टी समझा जाता है।
भाजपा नेता ने कहा कि राजद में शीर्ष पदों पर बैठे नेताओं को सिर्फ चापलूसी पसंद है। उन्हें सच सुनना पसंद नहीं है। यह सच है कि राजद का एक बड़ा धड़ा अलग हो चुका है और सिर्फ घोषणा की औपचारिकता बाकी रह गई है। यह घोषणा खरमास के बाद कभी भी हो सकती है। राजद में बगावत का स्वर लगातार तेज हो रहा है, तो इसके लिए उसका शीर्ष नेतृत्व दोषी है। राजद के नेताओं को सच सुनने की आदत डालनी चाहिए और अपनी उम्र देखते हुए शालीन भाषा का इस्तेमाल करना चाहिए।
ज्ञातव्य हो कि भाजपा नेता भूपेंद्र यादव, जदयू नेता ललन सिंह व केसी त्यागी द्वारा राजद टूटने के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि मैं भौंकने वाले को नोटिस नहीं करता।